भोपालPublished: Sep 16, 2023 06:04:20 pm
Sanjana Kumar
क्या इन दिनों आपको एक अजीब सी उदासी ने घेरा है? किसी काम में आपका मन नहीं लगता? बंद और अंधेरे कमरे में अकेले रहने का मन कर रहा है, तो हो सकता है कि आप सेप्टेम्बर ब्लूज से गुजर रहे हों? अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि आखिर अब ये सेप्टेम्बर ब्लूज क्या है? इस सवाल का जवाब जानने के लिए इस खबर को ध्यान से पढ़ लें...
क्या इन दिनों आपको एक अजीब सी उदासी ने घेरा है? किसी काम में आपका मन नहीं लगता? बंद और अंधेरे कमरे में अकेले रहने का मन कर रहा है, तो हो सकता है कि आप डिप्रेशन की इस बीमारी से गुजर रहे हों, जिसके बारे में आजकल लोग सेप्टेम्बर ब्लूज कहकर बात करते हैं। अगर आप भी ऐसा ही सोचते हैं तो ये खबर आपकी गलत जानकारी को करेक्ट करने के काम आएगी। दरअसल आजकल भारत में सेप्टेम्बर ब्लूज की चर्चा आपको आम लोगों के बीच चर्चा करने पर सुनाई दे जाएगी। लेकिन मनोचिकित्सकों की मानें तो सेप्टेम्बर ब्लूज भारत में अक्टूबर या नवंबर ब्लूज बन जाता है। यानी भारत में डिप्रेशन की किसी भी बीमारी के आगे सेप्टेम्बर ब्लूज लिखना सही नहीं होगा। इसके लिए सेप्टेम्बर ब्लूज के बजाय सीजनल डिप्रेशन की प्रॉब्लम कहना ज्यादा सही होगा। यहां जानें सेप्टेम्बर ब्लूज और सीजनल डिप्रेशन का फर्क....