पत्रिका टीम ने तीन कुरियर कंपनियों ट्रैकॉन, मधुर कुरियर और डीटीडीसी से तीन शहरों में चार जगह शराब की बोतल और नकली ब्राउन शुगर की पुडिय़ा दवा के पैकेट में रखकर भेजी। कंपनियों ने बिना जांच के ही पैकेट्स बुक किए और इंदौर, देवास व रीवा में तीन स्थानों पर इन्हें डिलीवर भी कर दिया।
तो क्या ऐसे ही चलता रहेगा नशे का कारोबार
डीटीडीसी ने बुकिंग के एक दिन बाद सामग्री ट्रैक की। देवास के लिए बुक पार्सल रद्द कर दिया। अन्य कंपनियों के रवैये से साफ है कि नशे का सामान भेजना कितना आसान है। नशे के खेल पर अंकुश लगाने वाले जिम्मेदारों का कहना है कि हर कुरियर की स्कैनिंग संभव नहीं है। ऐसे में सवाल है कि क्या ऐसे ही नशे का कारोबार चलता रहेगा?
भोपाल के कोलार रोड स्थित ट्रैकॉन कुरियर प्राइवेट लिमिटेड की ब्रांच से इलेक्ट्रॉल (ओआरएस) के पैकेट में एक शराब की बोतल और नकली ड्रग्स की चार पुडयि़ा इंदौर भेजीं। कंपनी के नुमाइंदों ने पैकेट की न तो जांच की और न सामान की जानकारी ली। 70 रुपए लेने के साथ कंसाइनमेंट 1432220020 थमा दिया। यह पैकेट 8 अप्रेल को इंदौर पहुंच गया।
मधुर कुरियर से देवास पहुंच गई शराब
मधुर कुरियर की होशंगाबाद रोड स्थित ब्रांच से दवा के पैकेट में अंग्रेजी शराब की बोतल और नकली ब्राउन शुगर की चार पुडिय़ा देवास के लिए बुक की गईं। कुरियर कंपनी के अधिकारी कर्मचारियों ने बिना जांच के इसे बुक किया और 60 रुपए लेकर कंसाइनमेंट-पी304810703 थमा दिया। यह 15 अप्रैल को देवास में डिलीवर हो गया।
यहां भी पार्सल किसी ने नहीं जांचा
ट्रैकॉन कुरियर की ही दूसरी ब्रांच से ओआरएस दवा के बड़े पैकेट में अंग्रेजी शराब की 1 बोतल और नकली ड्रग्स की 4 पुडिय़ा रीवा के लिए बुक की गईं। कंपनी ने 70 रुपए लेकर पार्सल रीवा भेज दिया। पर्चा नंबर – 1432220021 के नाम से बुक यह पैकेट 9 अप्रेल को रीवा डिलीवर भी हो गया।
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हर कुरियर की स्कैनिंग संभव नहीं
रियर और ट्रांसपोर्ट का काम हमारे विभाग के अंदर नहीं आता। हर कुरियर की स्कैनिंग संभव भी नहीं हैं। प्रदेश में यदि कोई संगठित होकर इस तरह का काम कर रहा है और वह पकड़ में आएगा तो कुरियर वाले भी आरोपी बनाए जाएंगे।
– एसडब्ल्यू नकवी, एडीजी, नारकोटिक्स