भोपाल

नशामुक्ति में मध्य प्रदेश अव्वल, सीएम ने किया ये ऐलान

– शराब नीति में जरूरत के हिसाब से हो सकेगा संशोधन

भोपालJul 29, 2022 / 12:38 pm

दीपेश तिवारी

भोपाल। नशामुक्ति भारत अभियान में मध्यप्रदेश देश में पहले स्थान पर आया है। दतिया देश में जिलों में पहले स्थान पर है। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि नशा नाश की जड़ है। शराब हो या और कोई नशा, वह मनुष्य को बर्बाद करने का काम करता है। इसलिए जरूरी है कि नशे के खिलाफ हम समाज के साथ मिलकर अभियान चलाएं। सीएम ने कहा, हम मध्यप्रदेश में शराब नीति ऐसी बनाएंगे कि जहां जरूरत हो वहां संशोधन भी करेंगे। नशा मुक्ति अभियान तो लगातार जारी रहेगा।

उमा-शिवराज ने की एक-दूसरे की प्रशंसा
शिवराज ने कहा, बहन उमा भारती केवल राजनीतिक नेता नहीं, वह सामाजिक परिवर्तन के लिए भी प्रयास करती रहती हैं। उनसे और समाज के बाकी लोगों से बात कर नशा मुक्ति के लिए काम होगा। हमारा प्रयास रहेगा कि जागरुकता फैलाकर मध्य प्रदेश को हम नशा मुक्ति की तरफ ले जाएं।

https://twitter.com/ANI_MP_CG_RJ/status/1552577212657766401?ref_src=twsrc%5Etfw

बाद में पूर्व सीएम उमा भारती ने ट्वीट करके कहा कि शिवराज का शराब नीति में संशोधन की बात कहना अभिनंदनीय है। विश्वास है कि मध्यप्रदेश अन्य राज्यों के लिए मॉडल बनेगा।

शराब की दुकान पर उमा ने फेंका था फेंका गोबर-
वहीं इससे पहले जून 2022 में उमा भारती प्रदेश में शराबंदी को लेकर कई बार शिवराज सरकार को भी घेर चुकी हैं। ऐसे में एक बार तो (जून 2022 ) उनके द्वारा शराब दुकान पर गोबर फेंक कर भी अपना विरोध जताया गया था। इस दौरान उन्होंने राम राजा की नगरी ओरछा (Orchha) में स्थित शराब की दुकान पर गोबर फेंका।

यहां उमा भारती ने कहा था कि राम की नगरी में शराब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बता दें कि ये शराब की ये दुकान ओरछा में घुसते ही मुख्य सड़क मार्ग पर होने के चलते इसका लंबे समय से स्थानीय लोग विरोध कर रहे थे। इससे पहले उमा भारती ने भोपाल में शराब की दुकान पर पत्थर फेंका था।

https://twitter.com/umasribharti/status/1536722538520526849?ref_src=twsrc%5Etfw

इस बात की जानकारी खुद उमा भारती ने ट्वीट कर दी थी। भारती ने कहा था कि ओरछा के मुख्य प्रवेश द्वार पर स्थित शराब की दुकान गलत है। यह दुकान यहां से दूर एक गांव के लिए स्वीकृत है। इसके खिलाफ लोगों और हमारे संगठन के सदस्यों ने लगातार विरोध प्रदर्शन किया है, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा था कि लोगों ने सरकार को ज्ञापन सौंपे हैं। बार-बार प्रशासन से इस दुकान को हटाने की अपील की गई। इस दौरान उन्होंने कहा था कि इस दुकान के खिलाफ लोगों की प्रतिक्रिया को अपराध नहीं कहा जा सकता, क्योंकि धार्मिक स्थल पर शराब दुकान खोलना सबसे बड़ा अपराध है।

मुझे अपने आप पर शर्म आ रही है
उस समय उमा भारती कहा था कि अयोध्या के बराबर पावन मानी जाने वाली ओरछा नगरी में जब रामनवमी पर दीपोत्सव हुआ, पांच लाख दिये जले, मुख्यमंत्री थे तथा मैं भी थी, तब भी यह शराब की दुकान उस पावन दिन पर भी खुली हुई थी। इस पर उस समय उन्होंने लिखा, आज जब मैंने कुछ लोगों से पूछा कि यह आपकी कैसी रामभक्ति है जिसमें राम नगरी के दरवाजे पर ही आते जाते पर्यटकों को शराब पीने का आह्वान किया जा रहा है तो मुझे जो जानकारी मिली वह दुखद है कि हमारी विचारधारा से जुड़े हुए सभी संगठन के लोगों ने यहां इस दुकान को बंद करने के लिए धरने प्रदर्शन किए हैं फिर भी दुकान खुल गई। रामनवमी पर भी खुली हुई थी, आज भी खुली हुई है मुझे अपने आप पर शर्म आ रही है।

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