माइंडटेक की क्षेत्रीय प्रभारी सोनिया पाठक इस अवैध वसूली पर किसी तरह की बात करने को तैयार नहीं है। उनका स्पष्ट कहना है कि वे इस मामले में सिर्फ निगम अफसरों से ही बात करेंगी। निगम के पार्किंग सेल अपर आयुक्त कमल सोलंकी भी अनुबंध और ठेका कंपनी की मनमानी वसूली पर स्पष्ट कुछ भी कहने से बच रहे हैं। वे ये मानने को ही तैयार नहीं है कि अवैध वसूली की जा रही है।
कर्मचारियों के पास यूनिफॉर्म भी नहीं
पत्रिका ने मंगलवार को न्यू मार्केट से लेकर एमपी नगर, दस नंबर में विकसित स्मार्ट पार्र्किंग की पड़ताल की तो अवैध वसूली की स्थिति सामने आई। न्यू मार्केट में स्मार्ट पार्र्किंग एजेंसी माइंडटेक ने छह कर्मचारी रखे हैं। इन कर्मचारियों के पास व्यवस्थित यूनिफार्म नहीं है। छह कर्मचारियों में से दो कर्मचारी टीटी नगर थाने के पास से लेकर रैलिंग से बाहर खड़े वाहनों से वसूली कर रहे थे। जब कर्मचारी से नाम पूछा तो पहले उसने बताने से इंकार किया, जोर देने पर एक ने हरीश नाम बताया। नियमानुसार वाहन की पार्र्किंग रैलिंग के भीतर निश्चित स्थान पर ही कराना चाहिए। बाहर खड़े वाहनों पर ट्रैफिक पुलिस और माइंडटेक को कार्रवाई कराना चाहिए, लेकिन ऐसा करने से अवैध कमाई बंद हो जाएगी। इसलिए पार्र्किंग से बाहर खड़े वाहनों पर कार्रवाई नहीं की जा रही, वसूली कर कमाई की जा रही है।