लोगों ने ट्विटर पर क्या कहा,
एक यूजर ने शिवराज से इस वीडियो पर ट्वीट करते हुए कहा, ये आडवाणी जी कैसे याद आ गए आपको अचानक, कभी पहले देखी नहीं इनके फ़ोटो आपके साथ, क्या बात है लेकिन अच्छा लगा कि आप आडवाणी जी को तवज़्ज़ो दे रहे हो। वहीं, एक दूसरे यूजर ने शिवराज सिंह को आडवाणी पार्ट टू बताया है। वहीं, एक दूसरे यूजर ने लिखा अाडवाणी जी की याद आ ही गई।
एक यूजर ने ट्वीट करते हुए लिखा, भाजपा के कोई भी नेता के घर या ऑफिस केबिन में जाओ मोदी की ही तस्वीर दिखेगी, शिवराज के केबिन में सिर्फ आडवाणी की तस्वीर है। संदेश साफ है भाजपा में मोदी के विरोध की लॉबिंग शुरू हो गई है।
आडवाणी खेमे के माने जाते हैं शिवराज सिंह
शिवराज सिंह चौहान को आडवाणी खेमे का माना जाता है। बाबूलाल गौर के बाद 2005 में शिवराज सिंह को मध्यप्रदेश का सीएम नियुक्त किया गया। शिवराज सिंह तीन बार मध्यप्रदेश के सीएम रहे। 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले शिवराज सिंह चौहान को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को माना जाता था। शिवराज सिंह चौहान नरेन्द्र मोदी की तरह पिछड़ा समुदाय से आते हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव के समय़ भी शिवराज सिंह चौहान आडवाणी खेमे के थे। लोकसभा चुनाव 2014 से पहले नरेन्द्र मोदी की रैली भापाल में थी। इस रैली में भाजपा के कद्दावर नेता मौजूद थे। उस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने लालकृष्ण आडवाणी को भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ने का न्यौता दिया था। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि आडवाणी खेमे की तरफ से नरेंद्र मोदी के खिलाफ शिवराज सिंह चौहान को लोकसभा चुनाव में इस्तेमाल किया गया था। कई ऐसी खबरें भी प्रचारित की गई थी कि लालकृष्ण आडवाणी चाहते थे कि उनकी जगह शिवराज सिंह को पीएम का उम्मीदवार घोषित कर दिया जाए।