बैंक सूत्रों के मुताबिक करेंसी चेस्ट खुलने से नोट रखने की स्थिति नियंत्रण में रहेगी। कुछ जिलों में 5 दिसंबर से इनका ऑपरेशन शुरू हो जाएगा।
भोपाल। देश समेत मध्यप्रदेश के ज्यादातर बैंकों के पास नई करेंसी नहीं है। गुरुवार को भोपाल के अधिकांश बैंक खाली रहे। बैंकों और एटीएम के बाहर दिनभर जमावड़ा लगा रहा। लोग परेशान थे कि सैलरी आने के बावजूद उनके पास पैसा नहीं है। इसके अलावा बैंकों के लाख प्रयास करने के बाद भी पहली तारीख पर लोगों को बड़े नोट नहीं मिले। ज्यादातर लोगों को 10, 20 और 100 के नोट ही दिए गए। बैंक अधिकारियों का कहना रहा कि रिजर्व बैंक से जितने नोट मिले थे, उन्हें बांटा जा रहा है।
हालांकि कुछ का कहना था कि मार्केट में छोटे नोटों का चलन बढ़ाने के लिए ही ग्राहकों को ज्यादा वितरित किए गए। दिसंबर की पहली तारीख पर वेतन, पेंशन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन पाने वालों के अलावा 1000 के पुराने नोटों को जमा करने वालों की बैंकों में सुबह से ही कतार लगी रही। पुराने शहर में ज्यादा भीड़भाड़ दिखाई दी।
जेल, कपड़ा मिल, रेलवे, मंडी, थोक कारोबारियों के खाते पुराने शहर की शाखाओं में ज्यादा होने के साथ पेंशन वालों और आम आदमी के बैंक में पहुंचने से बैंकों में सुबह से ही कतारें लगी रहीं। भारतीय स्टेट बैंक की चांदबड़ शाखा में बार-बार चैनल बंद कर भीड़ को नियंत्रित किया गया। इसी प्रकार हमीदिया रोड की बैंक शाखाओं में काफी भीड़भाड़ रही। हालांकि नए शहर के इलाकों में बैंक शाखाओं में भीड़ कम रही।
हांफ गईं एटीएम
भोपाल में करीब 1100 एटीएम है। गुरुवार को 80 फीसदी एटीएम फेल हो गईं। हालात ये थे कि बैंकों के जोनल ऑफिसों में लगी एटीएम भी रुपए उगलने में नाकाम रहीं।
50 के नोट का भी टोटा
अनुमान के मुताबिक 70 फीसदी छोटे नोट ही बांटे गए। इनमें 10 और 20 और 100 रुपए की गड्डियां ज्यादा रही। 50 के नोट का भी टोटा रहा। जिन लोगों को निर्धारित 24 हजार रुपए निकालने थे, उन्हें 100-100 की गड्डियों के साथ 10-10 रुपए की गड्डियां थमाई गईं। इससे बुजुर्गों को ज्यादा परेशान हुई। कुछ बैंक शाखाओं में ग्राहकों को नोटों के साथ सिक्कों के पैकेट भी दिए गए।
1 दिसंबर को ये सब हुआ
– 70 फीसदी बांटे गए छोटे नोट
– 30 फीसदी बड़े नोटों का हुआ वितरण
– 498 शाखाएं है राजधानी में
– 1100 एटीएम विभिन्न बैंकों के हो रहे संचालित
– 10 हजार रुपए प्रतिमाह निकाल सकेंगे जनधन के खाताधारक
– 5 हजार रुपए बिना केवायसी वाले खाताधारक निकाल सकेंगे
– 425 करोड़ रुपए बंटने थे
हर जिले में खुलेंगे करेंसी चेस्ट
बैंकों में उनके जमा करने पर करेंसी चेस्ट काफी भर गए हैं। रिजर्व बैंक भी थोड़े-थोड़े नोट ही ले रहा है। ऐसी स्थिति को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक प्रदेश के हर जिले में करेंसी चेस्ट खोलेगा। बैंक सूत्रों के मुताबिक करेंसी चेस्ट खुलने से नोट रखने की स्थिति नियंत्रण में रहेगी। कुछ जिलों में 5 दिसंबर से इनका ऑपरेशन शुरू हो जाएगा।