रत्न जडि़त झूले पर झुले बाबा वटेश्वर, सजाया बगीचा
सावन माह के आखिरी सोमवार पर बड़वाले महादेव मंदिर में भगवान वटेश्वर का भव्य शृंगार किया गया। यहां गर्भगृह में जरी का वर्क किया गया और रत्न जडि़त झूले पर बाबा वटेश्वर और मां भवानी को विराजमान किया गया। इस मौके पर बगीचे का आकर्षक शृंगार किया गया। शृंगार दर्शन का सिलसिला मध्यरात्रि के बाद तक चलता रहा।
जलमग्न हुआ गर्भगृह
अच्छी बारिश की कामना के साथ नेवरी स्थित प्राचीन मंदिर में भगवान मनकामेश्वर की जलसमाधि कराई गई। इस दौरान गर्भगृह को जल से भर दिया गया और इस जल के अंदर भगवान के अलौकिक स्वरूप के श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। इस दौरान गर्भगृह में दो टैंकर से अधिक पानी डाला गया।
गुफा मंदिर में उमड़ी आस्था, लगी भीड़
लालघाटी स्थित गुफा मंदिर में सुबह से रात्रि तक दर्शनार्थियों की भारी भीड़ लगी रही। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर में भगवान का आकर्षक शृंगार किया गया, तथा यहां सावन के मेले का लुफ्त भी लोगों ने उठाया। सिंधु सेना की ओर से यहां श्रद्धालुओं को खिचड़ी का वितरण किया गया।
सब्जी, फूल और फलों से शृंगार
सावन सोमवार के मौके पर छोला विश्राम घाट स्थित मुक्तेश्वर महाकाल का विभिन्न प्रकार की सब्जी, फूल और फलों से भगवान का शृंगार किया गया। इसके पहले देर शाम को भगवान की भस्माआरती हुई। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
पूरे दिन मंदिरों में गंूजते रहे जयकारे
शहर के मंदिरों में पूरे दिन दर्शनार्थियों की भीड़ रही और भगवान भोलेनाथ के जयकारे गूंजते रहे। बिड़ला मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर, पिपलेश्वर मंदिर, झरनेश्वर मंदिर, सोमेश्वर मंदिर, भूतभावन मंदिर, महाकाल मंदिर ईश्वर नगर सहित अन्य मंदिरों में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।