श्रद्धालुओं ने भी मंदिरों में पहुंचकर भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र, धतुरा अर्पित कर विशेष पूजा अर्चना की। अनेक श्रद्धालुओं ने सावन सोमवार का व्रत भी रखा। सुबह और शाम मंदिरों में दर्शनार्थियों की भारी भीड़ लगी रही, वहीं शृंगार दर्शन का सिलसिला देर रात्रि तक चलता रहा।
फूलों के बंगले में विराजे वटेश्वर
बड़वाले महादेव मंदिर में सुबह रुद्राभिषेक हुआ। इसके बाद दोपहर तक श्रद्धालुओं द्वारा भगवान का जलाभिषेक किया गया। रात्रि में यहां भगवान का आकर्षक शृंगार कर फूलों का बंगला सजाया गया। इसके लिए विशेषकर मोगरा मथुरा से बुलाया गया था। रात्रि में आरती के बाद देर रात तक यहां दर्शन के लिए भीड़ रही। वहीं संगीतमय भजनों का लुफ्त भी लोग उठाते रहे।
फूलों से हुआ शृंगार
शहर के प्राचीन नेवरी मंदिर में भी भगवान मनकामेश्वर महादेव का लगभग 3 क्विंटल फूलों से आकर्षक शृंगार किया जाएगा। सुबह रुद्राभिषेक, विशेष पूजा अर्चना हुई। यहां श्रद्धालुओं द्वारा पार्थिव शिवलिंग निर्माण भी किया गया। रात्रि में शृंगार दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ जो देर रात तक चलता रहा।
गुफा मंदिर में लगा श्रद्धालुओं का मेला
लालघाटी स्थित गुफा मंदिर में भी दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। यहां मेला भी लगा हुआ था, जिसमें झूले, खान पान के स्टॉल आदि लगे हुए थे। यहां भी दर्शन का सिलसिला रात्रि तक चलता रहा।
बिड़ला मंदिर में लगी रही भीड़
बिड़ला मंदिर सुबह से रात्रि तक खुला रहा। यहां दिन भर दर्शन के लिए लोग पहुंचते रहे। लेकिन शाम से रात्रि तक यहां लोगों की भारी भीड़ लगी रही। यहां भगवान भोलेनाथ के दर्शन के साथ श्रद्धालुओं ने शहर की फिजा का भी लुफ्त उठाया।
मुक्तेश्वर महाकाल की भस्माआरती
छोला विश्राम घाट स्थित मुक्तेश्वर महाकाल मंदिर में भगवान मुक्तेश्वर की भस्माआरती की गई। शाम को भस्माआरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए। इस मौके पर भोलेनाथ का विशेष शृंगार भी किया गया। यहां पूरे सावन माह में भस्माआरती की जाती है।
इन मंदिरों में भी लगी रही भीड़
पिपलेश्वर मंदिर नेहरू नगर, सिद्धेश्वर मंदिर नेहरू नगर, सोमेश्वर मंदिर पीडब्ल्यूडी क्वार्टर, जलेश्वर मंदिर, झरनेश्वर मंदिर जवाहर चौक, पशुपतिनाथ मंदिर गोविंदपुरा सहित अन्य मंदिरों में भी दर्शनार्थियों की भीड़ लगी रही।
शिव के प्रसाद के रूप में बांटे पौधे
हबीबगंज रेलवे स्टेशन स्थित मां भवानी शिव मंदिर में ब्रह्म शक्ति ज्योतिष संस्थान के पं. जगदीश शर्मा की ओर से दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को शिव के प्रसाद के रूप में नीम, पीपल, आंवल, जामुन, समी, आम के पौधे वितरित किए गए। इस दौरान भक्तों से पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलाई गई।