सैयद एहतराम: एक आंख पत्थर की, एक में लगा करंट
सैयद एहतराम की बचपन से ही एक आंख खराब थी। जिसके चलते डॉक्टर ने उनकी एक आंख में पत्थर यानी आई बॉल लगा दिया था। 19 साल की उम्र में उनके साथ फिर एक्सीडेंट हो गया था। उन्हें घर में करेंट लगा था। जिसके चलते उनकी दोनों ही आखें खराब हो गईं। वो अब 80 प्रतिशत ब्लाइंड हैं। इसके बाद भी उन्होंने 2019 के कॉमनवेल्थ पैरा जूडो चैंपियनशिप इंग्लैंड में रजत पदक जीता है।
कपिल परमार: खेत में हुआ था एक्सीडेंट
कपिल परमार को 15 साल की उम्र में खेत में काम करने के दौरान थ्रेशर के तार से करंट लग गया था। जिससे आंखों के फोटो रिफेक्टर खराब हो गए थे। उस दौरान मप्र में ब्लाइंड जूडो की शुरुआत हुई थी तभी से वे इस खेल से ुजुड़े और तैयारी कर रहे हैं। कपिल परमार ने 2019 के कॉमनवेल्थ पैरा जूडो चैंपियनशिप इंग्लैंड में स्वर्ण पदक जीता है।
स्वाति शर्मा: हीटर से लगा था झटका
स्वाति शर्मा को 16 साल की उम्र में हीटर से करेंट लगा था। जिससे उनकी आंखें चली गई। वो 80 प्रतिशत नहीं देख पाती हैं। इस दुर्घटना में आंखों की नसें ब्लास्ट हो गई थी। फोटो रिफेक्टर खराब हो गए थे। 2018 से ये श्री मिशन में आई और जूडो की ट्रेङ्क्षनग ले रही हैं। 2019 के कॉमनवेल्थ पैरा जूडो चैंपियनशिप इंग्लैंड में स्वाति ने स्वर्ण पदक जीता था।