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अब घर खरीदना हुआ आसान, तीन लाख रुपए तक सस्ते हुए मकान

locationभोपालPublished: Jun 03, 2019 08:31:53 am

Submitted by:

KRISHNAKANT SHUKLA

जीएसटी में बदलाव का सकारात्मक प्रभाव, मकानों पर एक फीसदी और निर्माणाधीन पर पांच फीसदी टैक्स

Low Budget Independent Houses

अब घर खरीदना हुआ आसान, तीन लाख रुपए तक सस्ते हुए मकान

भोपाल. शहर के बिल्डरों की माने तो शहर में पिछले दो महीनों में मकानों की कीमत करीब तीन लाख रुपए तक घट गई है। जीएसटी की दरें घटाने से यह संभव हुआ है। उनका कहना है कि रियल एस्टेट सेक्टर की जीडीपी ग्रोथ में लगातार गिरावट को देखते हुए सरकार द्वारा उठाये गए कदम से ग्राहकों को राहत मिली है और किरायेदार से मकान मालिक बनने का उनका सपना पूरा हो रहा है। डेवलपर्स का कहना है कि हालांकि सरकार ने इनपुट टैक्स खत्म कर दिया है नहीं तो और भी लाभ ग्राहकों की जेब में जाता।

ब्याज दरें घटने की उम्मीद

डेवलपर्स को ब्याज दरें घटने की उम्मीद है। रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा में यदि आधा प्रतिशत ब्याज दर कम होती है, तो मकान खरीदने वाले ग्राहकों को करीब तीन लाख रुपए का और फायदा मिलेगा।

ब्याज दरें घटती है तो…

मकान की कीमत – अवधि – वर्तमान ब्याज दर – दरें घटने पर फायदा
40 लाख रुपए – 20 साल – 8.5 प्रतिशत – 34,713 रुपए ईएमआई
40 लाख रुपए – 20 साल – 8 प्रतिशत – 33,457 रुपए ईएमआई

ऐसे समझें गणित

जीएसटी काउंसिल ने 45 लाख रुपए तक तथा 90 वर्गमीटर के मकानों पर जीएसटी की दर घटाकर एक प्रतिशत कर दी है, जबकि अंडर कंस्ट्रक्शन घरों पर 12 से घटाकर पांच फीसदी कर दी है। इस तरह 45 लाख रुपए के मकान पर पांच लाख रुपए का टैक्स 50 हजार रुपए हो गया। यह दरेंं एक अप्रेल से लागू हो गई हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि जीएसटी के पहले वैट और सर्विस टैक्स मिलाकर 10 फीसदी तक का टैक्स का आता था।

जीएसटी की दरें कम होने एवं अफोर्डेबल हाउसिंग को प्राथमिकता देने के कारण रियायती मकान इस समय न्यूनतम कीमतों पर उपलब्ध होने लगे हैं।
– मनोज सिंह मीक, प्रवक्ता, क्रेडाइ

सरकार के अच्छे निर्णयों से मकान खरीदने वाले ग्राहकों को फायदा मिल रहा है। आगे ब्याज दरें घटती है तो और फायदा मिलने की उम्मीद की जा रही है।
– विकास रमतानी, एमडी, सुरभि लाइफस्पेसेस प्रा. लि.

कलेक्टर गाइडलाइन में सुधार की जरूरत है। गाइडलाइन में सुधार होने पर ग्राहकों को और भी सस्ते मकान मिलने लगेंगे।
देवेन्द्र चौकसे, एमडी, शालिगराम बिल्डर्स एंड डेवलपर्स

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