बाद में जनसहयोग से यहां भव्य मंदिर बनाया गया। यहां मां दुर्गा के साथ नौ माताएं विराजमान हैं और नौ माताओं की परिक्रमा करने से श्रद्धालुओं की मनोकामना पूरी होती है। साल में यहां कई आयोजन किए जाते हैं। कई श्रद्धालु नवरात्र में यहां मनोकामना पूर्ति के लिए अखंड ज्योति भी जलाते हैं। इस बार भी मंदिर के गर्भगृह में 151 अखंड ज्योति जलाई गई है।
मंदिर परिसर में विद्यमान हैं कई देवी देवता
मंदिर में सबसे पहले मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई। इसके बाद यहां नौ देवियों की स्थापना हुई और इसके बार अन्य देवी देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा की गई। वर्तमान में यहां मां दुर्गा, नौ देवियों के साथ नवग्रह मंदिर, साई मंदिर, भगवान गणेश, शिव परिवार, राम दरबार, शीतला माता सहित अनेक देवी-देवता विराजमान हैं। विगत 26 सालों से लगातार यहां हरि हरात्मक शक्ति महायज्ञ का आयोजन किया जाता है, साथ ही भागवत कथा, रामकथा सहित अनेक कार्यक्रम होते हैं।