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कांग्रेस में इस फॉर्मूले से तय होगा उम्मीदवारों का टिकट, जन आशीर्वाद यात्रा से ऐसे करेंगें मुकाबला

locationभोपालPublished: Jul 13, 2018 04:54:23 pm

CM जहां-जहां से निकालेंगे आशीर्वाद यात्रा, कांग्रेस वहां-वहां से खोलेगी पोल

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CM जहां-जहां से निकालेंगे आशीर्वाद यात्रा, कांग्रेस वहां-वहां से खोलेगी पोल

भोपाल. कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी 2 दिन के लिए भोपाल आई है। इसी के तहत मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर एमपी कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से वन टू वन चर्चा की। इस दौरान मधुसूदन मिस्त्री ने शिवराज सरकार की योजनाओं के बारे में कार्यकर्ताओं से जानकारी ली।

चर्चा में विजयलक्ष्मी साधो, प्रताभ भानु शर्मा, सज्जन सिंह वर्मा, समेत करीब एक दर्जन पूर्व सांसद मौजूद रहे। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने शिवराज की जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर कहा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किस बात का आशीर्वाद लेने निकले हैं।

मुख्यमंत्री के वादों का हिसाब मांगेगी कांग्रेस

कांग्रेस विधायक जीतू ने कहा, मध्यप्रदेश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं, बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। CM जहां-जहां से आशीर्वाद यात्रा निकालेंगे। मध्य प्रदेश कांग्रेस सरकार की पोल खोलेगी। वहीं से कांग्रेस की यात्रा भी निकलेगी साथ ही कांग्रेस मुख्यमंत्री की घोषणाओं और वादों का भी हिसाब मांगेगी।

जीतू ने कहा कि मुख्यमंत्री ढाई करोड़ के रथ में सवार होकर आशीर्वाद लेंगे। मध्यप्रदेश में कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है फिर भी मुख्यमंत्री इतने महंगे रथ में सवार होकर आशीर्वाद लेने जाएंगे। यह जनता का अपमान है।

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कांग्रेस में टिकट पर चर्चा

कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री शुक्रवार को दो दिन के लिए भोपाल आए हैं। उनके साथ कमेटी के दोनों सदस्य नीता डिसूजा और अजय कुमार भी है। वे नेताओं से टिकट वितरण पर चर्चा करेंगे। कांग्रेस में संभवत: यह पहला मौका है जब स्क्रीनिंग कमेटी भोपाल आकर नेताओं से चर्चा कर रही है। मिस्त्री पार्टी के मोर्चा-संगठन अध्यक्षों और पूर्व विधायक से चर्चा कर आगे की रणनीति भी तैयार करेंगे।

वहीं जानकारों का कहना है कि आने वाले विधानसभा चुनाव के पहले 60वर्ष के विवाद में फंसी कांग्रेस, यदि जल्द इसका फैसला नहीं लेगी तो आगे और भी संकट आने वाला है। बता दें कि बीते गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया के विधानसभा चुनाव के लिए आयु संबंधी बयान पर कांग्रेस में घमासान मच है। पार्टी के वरिष्ठ विधायकों ने ऐतराज जताया है। बावरिया ने कमलनाथ की नई टीम की पहली बैठक में कहा कि 60 साल की उम्र पार कर चुके नेता टिकट का मोह छोड़ दें, क्योंकि वे कई बार विधायक और मंत्री रह चुके हैं।

कांग्रेस में इस फॉर्मूले से तय होगी उम्मीदवारी…
माना जा रहा है कांग्रेस उम्मीदवारों को टिकट देने से पहले अपने फार्मूले पर परखेगी। इसके आधार पर कांग्रेस टिकट के दावेदारों को टिकट देगी।

1 . गत विधानसभा चुनाव ( 2008 तथा 2013 ) दोनों मे पराजय वाले दावेदारों को टिकट नही।
2 . गत विधानसभा चुनाव ( 2013)में 20 हजार से अधिक से हारने वाले को टिकट नहीं।

3 . एक ही परिवार से यदि 2 अलग अलग सदस्यों को अवसर मिला और पराजित हुए तो अब अवसर नही दिया जायेगा।
4 . वर्तमान विधायक के खिलाफ यदि लोकसभा प्रत्याशी ने शिकायत की है तो उसकी पूर्ण समीक्षा उपरान्त ही टिकट।

5. टिकटार्थी के परिवार (ब्लड रिलेशन/ सगे भाई ,बहन ,पति,पत्नी) यदि भाजपा के पदाधिकारी/ जनप्रतिनिधि है तो समीक्षा उपरान्त ही पैनल मे नाम आये।
6. नये सदस्य जो भाजपा या अन्य दल से कांग्रेस में आये है उनको टिकट देने से अन्य ( क्षेत्रीय सीमावर्ती) सीटों पर क्या सकारात्मक/ नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा इसकी समीक्षा , स्थानीय नेताओं की सर्वसम्मति से ही टिकट।
7 . विधानसभा क्षेत्र मे प्रभावशाली एक ही जाति विशेष को यदि लगातार 2 बार से पराजय मिल रही हो तो समीक्षा उपरान्त अन्य जाति के उम्मीदवार को प्राथमिकता मिले।

8. लगातार 3 या अधिक बार से विधानसभा चुनाव जिन सीटों पर हार रहे है वहां की समीक्षा पृथक से हो। इन सीटों पर पार्टी के युवाओं / अन्य सामाजिक क्षेत्र से यदि कोई कांग्रेस विचारधारा वाले सोशल वर्कर / आरटीआई एक्टिविस्ट हो तो उन्हें प्रथमिकता मिले।
9. दो हजार से कम अंतर से हारी सीटों की समीक्षा पृथक से यहां पुराने प्रत्याशी यदि इस अंतराल मे सक्रिय रहे है तो उन्हें प्राथमिकता।

10 . दो या अधिक बार यदि अन्य दल/ निर्दलीय प्रत्याशी रहते हुए पराजय मिली है तो टिकट नहीं देगी।
ये बोले सज्जन सिंह वर्मा…
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सज्जन सिंह वर्मा ने यहां कहा कि कांग्रेस के अंदर कुछ थैला छाप नेता मौजूद है।
वहीं इससे पहले मणिशंकर अय्यर ने गुजरात चुनाव में ऐसा ही बयान दिया था, जहां शशि थरूर को भी थैला छाप बताया ।
सज्जन सिंह ने कहा कि समय से पहले टिकट घोषित हो जाए तो अच्छा है। उन्होंने कहा कि मधुसूदन मिस्त्री यहां कांग्रेस नेताओं से वन टू वन चर्चा कर रहे हैं ।
वे पिछली बार भी स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष थे। उन्हें पता है किस नेता की क्या स्थिति है। इस बार कोटा से टिकट नहीं मिलेंगे। वहीं मधुसूदन मिस्त्री से मुलाकात के बाद सज्जन सिंह ने कहा की युवाओं को टिकट मिलना चाहिए। कम से कम 30 40 फ़ीसदी यूथ को टिकट दिया जाए।
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