अंधविश्वास: एक आइपीएस अधिकारी करा रहा है अपने मृत पिता का इलाज
खबरों के मुताबिक एडीजी राजेंद्र मिश्रा के पिता को 13 जनवरी को फेंफड़ों में संक्रमण के चलते बंसल अस्पताल में भर्ती कराया था। दूसरे दिन उनकी मौत हो गई। गांधी मेडिकल कॉलेज एचओडी डॉ. आरएन साहू ने बताया कि ऐसे मामलों को एबनॉर्मल ग्रीफ रिएक्शन कहते हैं। ज्यादा लगाव से ऐसा होता है। इन्हें काउंसिलिंग और इलाज की सख्त जरूरत होती है।
स्पष्ट निर्देश
एडीजी राजेंद्र मिश्रा के मामले में मानवाधिकार आयोग ने डीजीपी और शासन को पत्र लिखा है। आयोग ने साफ कहा है कि एडीजी से वरिष्ठ अधिकारी के स्तर के व्यक्ति के साथ डॉक्टरों की टीम को भेजो और उनके घर में प्रवेश कर मामले की जांच करवाएं। जांच के लिए डीजीपी को जिम्मेदारी दी गई है। इस मामले में आयोग ने कोई याचिका स्वीकार नहीं की।
पहले भी जांच के दिए थे निर्देश
इससे पहले भी मानव अधिकार आयोग के जस्टिस नरेंद्र कुमार जैन ने डीजीपी वीके सिंह को चार दिनों में नए सिरे से जांच कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे। यह जांच एसपी स्तर के अफसर के साथ गांधी मेडिकल कालेज के डीन या फिर सीएमएचओ भोपाल से जांच कराने को कहा था। इसके बाद जब टीम एडीजी राजेंद्र मिश्रा के 74बंगला स्थित सरकारी आवास पर पहुंची तो प्रवेश नहीं करने दिया गया।