विधानसभा चुनाव 2018 के कार्यक्रम
नोटिफिकेशन : 2 नवंबर
नॉमिनेशन की आखिरी तारीख : 9 नवंबर
नॉमिनेशन की स्क्रूटनी : 12 नवंबर
नॉमिनेशन वापस लेने की आखिरी तारीख : 14 नवंबर
वोटिंग : 28 नवंबर ग्रामीण इलाकों में दिक्कत: टिकट फाइनल नहीं होने के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत ग्रामीण इलाकों के उम्मीदवारों की है। ग्रामीण इलाकों के क्षेत्रों में दूरी उम्मीदवारों के लिए मुसीबतें खड़ी कर सकती है। कम समय में क्षेत्र का दौरा करना उम्मीदवारों के लिए मुश्किल भरा हो सकता है। जानकारों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में औसतन 80 या 100 गांवों का दौरा करना पड़ता है ऐसे में एक उम्मीदवार किसी एक गांव का एक बार भी पूरी तरह से दौरा नहीं कर सकता है। ऐसे में कम वक्त उम्मीदवारों के जनसंपर्क में बाधा डाल सकते हैं।
नोटिफिकेशन : 2 नवंबर
नॉमिनेशन की आखिरी तारीख : 9 नवंबर
नॉमिनेशन की स्क्रूटनी : 12 नवंबर
नॉमिनेशन वापस लेने की आखिरी तारीख : 14 नवंबर
वोटिंग : 28 नवंबर ग्रामीण इलाकों में दिक्कत: टिकट फाइनल नहीं होने के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत ग्रामीण इलाकों के उम्मीदवारों की है। ग्रामीण इलाकों के क्षेत्रों में दूरी उम्मीदवारों के लिए मुसीबतें खड़ी कर सकती है। कम समय में क्षेत्र का दौरा करना उम्मीदवारों के लिए मुश्किल भरा हो सकता है। जानकारों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में औसतन 80 या 100 गांवों का दौरा करना पड़ता है ऐसे में एक उम्मीदवार किसी एक गांव का एक बार भी पूरी तरह से दौरा नहीं कर सकता है। ऐसे में कम वक्त उम्मीदवारों के जनसंपर्क में बाधा डाल सकते हैं।
भाजपा में फंसा मामला: विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा ने अब तक 192 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर चुकी है। लेकिन भोपाल जिले की गोविंदपुरा सीट, होशंगाबाद की सिवनी-मालवा सीट के साथ ही इंदौर जिले की 9 सीटों पर पेंच फंसा हुआ है। इन सीटों में वरिष्ठ नेताओं के बागी तेवर और परिवारवाद को कारण मना जा रहा है। लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और कैलाश विजयवर्गीय अपने बेटों के लिए टिकट चाहते हैं। पार्टी ने दो विधानसभा सीटों पर कैलाश के बेटे के लिए सर्वे भी कराया है। भोपाल की गोविंदपुरा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की बहू कृष्णा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से आए भाजपा प्रदेश महामंत्री वीडी शर्मा की खींचतान जारी है।