मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने निवार को ठीक तीन बजे प्रेस कांफ्रेस कर चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। रावत ने बताया कि मध्यप्रदेश समेत राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के चुनाव के परिणाम 11 दिसंबर को आ जाएंगे। मध्यप्रदेश में एक ही चरण में पूरे चुनाव हो जाएंगे।
मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीगढ़, मिजोरम और तेलंगाना राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है।
आचार संहिता की सबसे ज्यादा संभावना शुक्रवार को जताई गई थी। इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि दीपावली 7 नवंबर, देवउठनी एकादशी 19 नवंबर और ईद का त्योहार 21 नवंबर को है। ऐसा ही हुआ मतदान त्योहार के बाद होंगे।
चुनाव आयोग ने मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन करने के बाद ईवीएम और वीपीपैट को जांचने का काम भी पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा चुनाव ड्यूटी में लगने वाले कर्मचारियों का डेटाबेस भी तैयार कर लिया गया है।
2 नवंबर 2018 शुक्रवार अधिसूचना जारी होगी।
9 नवंबर 2018 शुक्रवार नामिनेशन की अंतिम तारीख।
12 नवंबर 2018 स्क्रूटनी की तारीख।
14 नवंबर 2018 बुधवार नाम वापसी की अंतिम तारीख।
28 नवंबर 2018 बुधवार मतदान।
11 दिसंबर 2018 मंगलवार मतगणना।
शिवराज सिंह चौहान तीन बार से मुख्यमंत्री बने हुए हैं। उनका कार्यकाल जनवरी 2019 में खत्म हो जाएगा।
– 2013 में हुए विधानसभा चुनाव की घोषणा 4 अक्टूबर को हुई थी और मतदान 25 नवंबर को कराई गई थी।
– कुल 230 सीटों पर चुनाव हुए।
– बीजपा ने 165 सीट जीतकर सरकार बनाई।
– कांग्रेस को 58 सीटें मिल सकी।
– बीएसपी के 4 उम्मीदवार जीत सके।
– भारतीय जनशक्ति पार्टी और सपा अपना खाता भी नहीं खोल पाए।
– 3 निर्दलीय भी जीते थे।
– कुल 230 सीट पर चुनाव कराए गए।
– बीजपा ने 143 सीटें जीतीं।
– कांग्रेस के खाते में 71 सीट आईं।
– बसपा के 7 प्रत्याशी जीते।
– समाजवादी पार्टी का एक प्रत्याशी जीता।
– भारतीय जनशक्ति पार्टी के 5 प्रत्याशी विधानसभा पहुंचे थे।
– 3 निर्दलीय भी जीते थे।
छत्तीसगढ़ 5 जनवरी 2019 90 सीट
मध्यप्रदेश 7 जनवरी 2019 230 सीट
राजस्थान 20 जनवरी 2019 260 सीट
मिजोरम 15 दिसंबर 2019 40 सीट भोपाल में पार्टियों से की थी चर्चा
-कुछ दिनों पहले भोपाल आए मुख्य चुनाव आयुक्त ने सभी दलों से बातचीत करके चुनाव की तारीखों पर चर्चा की थी। पार्टियां भी चाहती हैं कि 7 नवंबर को दीपावली और 21 नवंबर को ईद के त्योहार संपन्न हो जाएं, उसके बाद ही मतदान और रिजल्ट की तारीख रखी जाए। इस कारण ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान में हिस्सा ले सके।
आचार संहिता लगने से पहले ही बड़े राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस दोनों ही चुनाव का शंखनाद कर चुके हैं। भोपाल में 17 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का रोड शो था, वहीं 25 सितंबर को भाजपा ने कार्यकर्ता महाकुंभ करके अपनी ताकत दिखाई है। इसके बाद दोनों ही दल प्रचार की रणनीति में जुट गए हैं। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार भी आचार संहिता लगने से पहले कई फैसले ले रही है।