मध्यप्रदेश के इंदौर में रहने वाले भय्यूजी महाराज ने मंगलवार को दोपहर में खुद को गोली मार ली। उन्होंने आत्महत्या से एक घंटे पहले ही फेसबुक पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को जन्म दिवस की बधाई दी और उन्हें प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ बताया।
क्या लिखा मरने से पहले
भय्यूजी महाराज ने मरने से पहले केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बारे में लिखा है कि वे भारतीय जनता पार्टी के प्रसिद्ध नेता हैं, जो भारत के केंद्रीय ग्रामीण विकास पंचायती राज, पेयजल और स्वच्छता मंत्री हैं। मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता नरेंद्र सिंह तोमर संगठनात्मक क्षमता के साथ हीप्रशासन पर मजबूत पकड़ औरकुशल रणनीतिकार के रूप में जाने जाते हैं। एक जमीनी कार्यकर्ता के रूप में उनकी छवि आमजन में अंकित है। बहोत ही सादगी और सिद्धांति जीवन यापन करने वाले कर्मठ, स्पष्टवादी और मजबूत इरादों के नरेंद्र सिंह तमर का सूर्योदय परिवार के सामाजिक कार्य में मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त होता है।
भय्यूजी महाराज ने मरने से पहले केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बारे में लिखा है कि वे भारतीय जनता पार्टी के प्रसिद्ध नेता हैं, जो भारत के केंद्रीय ग्रामीण विकास पंचायती राज, पेयजल और स्वच्छता मंत्री हैं। मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता नरेंद्र सिंह तोमर संगठनात्मक क्षमता के साथ हीप्रशासन पर मजबूत पकड़ औरकुशल रणनीतिकार के रूप में जाने जाते हैं। एक जमीनी कार्यकर्ता के रूप में उनकी छवि आमजन में अंकित है। बहोत ही सादगी और सिद्धांति जीवन यापन करने वाले कर्मठ, स्पष्टवादी और मजबूत इरादों के नरेंद्र सिंह तमर का सूर्योदय परिवार के सामाजिक कार्य में मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त होता है।
मौत के बाद भी कोई ट्वीट हैंडल करता रहा
यह भी चौकाने वाली बात है कि भय्यूजी महाराज ने जब अपने आप को गोली मारी, उसके बाद भी उनका ट्वीटर अकाउंट कोई हैंडल करता रहा। उसके जरिए बधाई के पोस्ट जारी थे।
यह भी चौकाने वाली बात है कि भय्यूजी महाराज ने जब अपने आप को गोली मारी, उसके बाद भी उनका ट्वीटर अकाउंट कोई हैंडल करता रहा। उसके जरिए बधाई के पोस्ट जारी थे।
MUST READ भय्यूजी महाराज ने खुद को गोली मारी, फिल्म एक्ट्रेस के साथ संबंध हुए थे उजागर
कौन हैं भय्यू महाराज
भय्यू महाराज का वास्तिवक नाम उदयसिंह देशमुख है। इंदौर में बापट चौराहे पर उनका आश्रम है जहां से वे अपने ट्रस्ट के सामाजिक कार्यों का संचालन करते हैं। भय्यू महाराज की पहली पत्नी का नाम माधवी है जिनका निधन हो चुका है। माधवी से उनकी एक बेटी कुहू है जो फिलहाल पुणे में पढ़ाई कर रही है। भय्यू महाराज ने दूसरी शादी डॉक्टर आयुषी से की है जो उनके साथ कई वर्षों से उनके ही आश्रम में सेवा में लगी थी।
कौन हैं भय्यू महाराज
भय्यू महाराज का वास्तिवक नाम उदयसिंह देशमुख है। इंदौर में बापट चौराहे पर उनका आश्रम है जहां से वे अपने ट्रस्ट के सामाजिक कार्यों का संचालन करते हैं। भय्यू महाराज की पहली पत्नी का नाम माधवी है जिनका निधन हो चुका है। माधवी से उनकी एक बेटी कुहू है जो फिलहाल पुणे में पढ़ाई कर रही है। भय्यू महाराज ने दूसरी शादी डॉक्टर आयुषी से की है जो उनके साथ कई वर्षों से उनके ही आश्रम में सेवा में लगी थी।
हर जगह तक पहुंच
भय्यू महाराज की हर क्षेत्र में पहुंच मानी जाती है। फिल्म, राजनीति हो या फिर समाजसेवा। वे हर जगह सक्रिय रहते हैं। उनके आश्रम में वीआईपी संत आते हैं। देश के कई बड़े राजनेता, अभिनेता, गायक और उद्योगपति उनके आश्रम आ चुके हैं। इनमें पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, पीएम नरेंद्र मोदी, शिवसेना के उद्धव ठाकरे और मनसे के राज ठाकरे, लता मंगेशकर, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल, फिल्म एक्टर मिलिंद गुणाजी भी शामिल हैं।
भय्यू महाराज की हर क्षेत्र में पहुंच मानी जाती है। फिल्म, राजनीति हो या फिर समाजसेवा। वे हर जगह सक्रिय रहते हैं। उनके आश्रम में वीआईपी संत आते हैं। देश के कई बड़े राजनेता, अभिनेता, गायक और उद्योगपति उनके आश्रम आ चुके हैं। इनमें पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, पीएम नरेंद्र मोदी, शिवसेना के उद्धव ठाकरे और मनसे के राज ठाकरे, लता मंगेशकर, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल, फिल्म एक्टर मिलिंद गुणाजी भी शामिल हैं।
मीडिया की नजर में ऐसे आए भय्यू महाराज
भय्यू महाराज तब मीडिया की नजरों में आए जब अन्ना हजारे के अनशन को तुड़वाने के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार ने उन्हें अपना दूत बनाकर भेजा था। बाद में अन्ना ने उनके हाथ से जूस पीकर अनशन तोड़ा था। वहीं पीएम बनने के पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी सद्भावना उपवास पर बैठे थे। तब उपवास खुलवाने के लिए उन्होंने भय्यू महाराज को आमंत्रित किया था। भय्यू महाराज के सम्बन्ध देश की दिग्गज हस्तियों से है।
भय्यू महाराज तब मीडिया की नजरों में आए जब अन्ना हजारे के अनशन को तुड़वाने के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार ने उन्हें अपना दूत बनाकर भेजा था। बाद में अन्ना ने उनके हाथ से जूस पीकर अनशन तोड़ा था। वहीं पीएम बनने के पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी सद्भावना उपवास पर बैठे थे। तब उपवास खुलवाने के लिए उन्होंने भय्यू महाराज को आमंत्रित किया था। भय्यू महाराज के सम्बन्ध देश की दिग्गज हस्तियों से है।
कई बार विवादों में फंस चुके हैं भय्यूजी महाराज
शादी के दिन भय्यू महाराज एक नए विवाद में फंस गए थे। मल्लिका राजपूत नाम की एक्ट्रेस ने उन पर मोहजाल में बांधकर रखने का आरोप लगाया था।
मल्लिका ने तो यहां तक कह दिया था कि भय्यू उन्हें दूसरे नंबरों से छुप छुपकर फोन लगाता है और परेशान करता है। वहीं भय्यू महाराज ने पीए तुषार पाटिल ने कहा था कि मल्लिका राजपूत एक फ्रॉड महिला है और वो महाराज को बदनाम करने की साजिश का एक हिस्सा है।
शादी के दिन भय्यू महाराज एक नए विवाद में फंस गए थे। मल्लिका राजपूत नाम की एक्ट्रेस ने उन पर मोहजाल में बांधकर रखने का आरोप लगाया था।
मल्लिका ने तो यहां तक कह दिया था कि भय्यू उन्हें दूसरे नंबरों से छुप छुपकर फोन लगाता है और परेशान करता है। वहीं भय्यू महाराज ने पीए तुषार पाटिल ने कहा था कि मल्लिका राजपूत एक फ्रॉड महिला है और वो महाराज को बदनाम करने की साजिश का एक हिस्सा है।
गौरतलब है कि भय्यू महाराज की पहली पत्नी का निधन एक साल पहले हो गया था। जिससे उन्हें एक बेटी है जो पूणे के कॉलेज में पढ़ती है और रविवार को ही वे डॉ. आयुषी के साथ विवाह बंधन में बंध रहे हैं।