अब नजर डालते हैं उन सिंधिया समर्थकों पर जो विधायक ना होकर भी शिवराज केबिनेट में मंत्री बन गये हैं।
1. बिसाहूलाल साहू
अनूपपुर सीट से पूर्व विधायक और पूर्व में दिग्विजय सरकार में मंत्री रह चुके बिसाहूलाल साहू को शिवराज कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। बिसाहूलाल साहू मंज्ञी न बनाए जाने से कांग्रेस से नाराज थे और उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के साथ ही कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था।
2. एंदल सिंह कंसाना
सिंधिया समर्थक एंदल सिंह कंसाना को भी शिवराज कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। एंदल सिंह कंसाना कट्टर सिंधिया समर्थक हैं और 2018 विधानसभा चुनाव में सुमावली विधानसभा से कांग्रेस की सीट पर चुनाव जीते थे। मंत्री न बनाए जाने के कारण एंदल सिंह कंसाना लंबे समय से नाराज चल रहे थे और सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे।
3. इमरती देवी
बीजेपी में शामिल होने से पहले कमलनाथ सरकार में मंत्री रह चुकीं इमरती देवी को भी शिवराज कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। इमरती देवी डबरा विधानसभा सीट से पूर्व विधायक हैं। कट्टर सिंधिया समर्थक के तौर पर भी इमरती देवी को जाना जाता है।
4. प्रभुराम चौधरी
बीजेपी में शामिल होने से पहले कांग्रेस सरकार में स्कूल शिक्षा मंत्री रहे प्रभुराम चौधरी भी शिवराज कैबिनेट में शामिल किए गए हैं। प्रभुराम चौधरी सांची विधानसभा सीट से पूर्व विधायक हैं।
5. महेन्द्र सिंह सिसौदिया
सिंधिया समर्थक और गुना की बामोरी से पूर्व विधायक और कमलनाथ सरकार में मंत्री रह चुके महेन्द्र सिंह सिसौदिया को भी शिवराज कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। महेन्द्र सिंह सिसौदिया ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे।
6. प्रद्युम्न सिंह तोमर
नालियों की सफाई कर सुर्खियों में आने वाले ग्वालियर सीट से पूर्व विधायक और कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे प्रद्युम्न सिंह तोमर को भी शिवराज कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। प्रद्युम्न सिंह तोमर भी सिंधिया समर्थक हैं ।
7. हरदीप सिंह डंग
सुवासरा से 2018 में कांग्रेस की टिकिट पर चुनाव जीतने वाले पूर्व विधायक और सिंंधिया समर्थक हरदीप सिंह डंग को भी शिवराज कैबिनेट में जगह मिली है।
8. राज्यवर्धन सिंह (दत्तीगांव)
सिंधिया समर्थक और बदनावर से पूर्व विधायक राज्यवर्धन सिंह (दत्तीगांव) को भी शिवराज कैबिनेट विस्तार में मंत्री पद की शपथ दिलाई गई।
9. बृजेन्द्र सिंह यादव
अशोकनगर की मुंगावली सीट से पूर्व विधायक और सिंधिया समर्थक बृजेन्द्र सिंह यादव को भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने का ईनाम मिला है और उन्हें मंत्री बनाया गया है।
10. गिर्राज दंडौतिया
सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए मुरैना की दिमनी विधानसभा सीट से पूर्व विधायक गिर्राज दंडौतिया भी शिवराज कैबिनेट में मंत्री बनाए गए हैं।
11. सुरेश धाकड़
शिवपुरी जिले की पोहरी विधानसभा सीट से विधायक सुरेश धाकड़ को भी सिंधिया के समर्थन में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद शिवराज कैबिनेट में जगह दी गई है और उन्हें मंत्री बनाया गया है।
12. ओपीएस भदौरिया
भिंड के मेहगांव से पूर्व विधायक ओपीएस भदौरिया को भी शिवराज कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है।
शिवराज केबिनेट में अब तक 14 मंत्री सिंधिया खेमे से बन चुके हैं वही बीजेपी के सभी सीनियर और पहली बार मंत्री बने विधायकों की संख्या 19 है। एसे माना जा रहा है कि सरकार बचाने और प्रदेश की सत्ता में बापसी के चलते सिंधिया खेमा पार्टी पर भारी पड़ता दिखाई दे रहा है।