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बाबूलाल गौर की तबियत फिर बिगड़ी, स्थिति नाजुक

locationभोपालPublished: Aug 20, 2019 09:00:33 pm

Submitted by:

Muneshwar Kumar

बाबूलाल गौर की स्थिति नाजुक, नर्मदा अस्पताल के डॉक्टर कर रहे निगरानी

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भोपाल. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और BJP के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर की तबीयत बेहद नाजुक बताई जा रही है। दरअसल, एक हफ्ते पहले तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद उन्हें भोपाल के नर्मदा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्हे वेंटिलेटर पर रखा गया है। फिलहाल, डॉक्टरों की एक टीम उनकी हालत पर नजर बनाए हुए है। गौर को देखने के लिए भाजपा सीएम कमलनाथ भी पिछले दिनों जा चुके हैं।

बताया जा रहा है कि वर्तमान में भी है बाबूलाल गौर वेंटिलेटर पर हैं। नर्मदा अस्पताल के डॉक्टरों की टीम इलाज में जुटी है। सांस लेने में उन्हें परेशानी हो रही है। डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है। दरअसल, पिछले माह 17 जुलाई को उनकी हालत ज्यादा बिगड़ने के कारण उन्हें एयर एंबुलेंस के जरिए दिल्ली के मेदांता अस्पताल ले जाया गया था। जहां उनकी हालत में सुधार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी।
बाबूलाल गौर के आखों से छलके थे आंसू
दरअसल, पिछले दिनों अस्पताल में पूर्व सीएम गौर से मुख्यमंत्री कमलनाथ मिलने पहुंचे थें। तब उनकी बहू कृष्णा गौर ने बोला बाबूजी देखिए, आपसे मिलने मुख्यमंत्री कमलनाथ जी आए हैं, गौर साहब ने अपनी पलकें झपकाईं और उनकी आंखों से आंसू निकल आये। कमलनाथ ने कहा, आप जल्द स्वस्थ होंगे और हम साथ-साथ विदेश यात्रा पर चलेंगे।
89 साल के बाबूलाल गौर के फेफड़ों में इन्फेक्शन
7 अगस्त को तबीयत खराब होने के बाद से बाबूलाल गौर को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद से कई पार्टी नेता उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना की थी। उनके अलावा प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट करके बाबूलाल गौर के जल्दी ठीक होने की कामना की थी।
प्रतापगढ़ रहने वाले हैं बाबूलाल गौर
बाबूलाल गौर 23 अगस्त 2004 से 29 ऩवंबर 2005 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। गौर का जन्म उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के नौगीर गांव में दो जून 1930 को हुआ था। वो साल 1946 से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ गए थे। वो भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक सदस्य भी हैं। वो शिवराज सिंह सरकार में नगरीय प्रशासन और विकास, भोपाल गैस त्रासदी और पुनर्वास मंत्री भी रहे हैं।
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