शुरूआती कुछ दिनों के बाद ही मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आने वाले दूध की सप्लाई काफी गिर गई है। जिसके चलते इस समस्या ने निपटने की योजना पर दुग्ध संघ ने तैयारी शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार किसान आंदोलन के तहत आज भोपाल दुग्ध संघ में 2.5 लाख लीटर दूध कम पहुंचा। जिसके चलते दुग्ध संघ के पास केवल 1.70 लाख लीटर दूध ही आया। वहीं शहर में इन दिनों 2.5 लाख लीटर दूध की सप्लाई हो रही है। जबकि इसमें से करीब 50 हजार लीटर दूध से श्रीखंड, छाछ, लस्सी, दही जैसे प्रोडक्ट बनाए जा रहे हैं।
किसानों की हड़ताल को देखते हुए व कम दूध की समस्या से निपटने के लिए दुग्ध संघ ने करीब 11 टन पाउडर और 5 टन मक्खन मिलाकर दूध व अन्य प्रोडक्ट बना रहा है।
आंदोलन के एक दिन पहले तक यानि 31 मई तक दुग्ध संघ तक 4.10 लाख लीटर से ज्यादा दूध पहुंच रहा था। इसमें से पहले सोमवार को 2.50 लाख लीटर दूध कम आया था। जिसमें से करीब एक लाख लीटर दूध दुग्ध संघ के आष्टा, सीहोर सहित इस इलाके के बल्क मिल्क कूलर्स से नहीं पहुंच सका।
सामने आ रही जानकारी के अनुसार दुग्ध संघ 11 टन पाउडर से 1.10 लाख लीटर दूध बना रहा है। इसमें 5 टन मक्खन मिलाकर उसे फुल क्रीम मिल्क बनाया जा रहा है।
वहीं नमकीन छाछ की कीमत सौ फीसदी घटाई-दुग्ध संघ प्रबंधन ने नमकीन छाछ की कीमत में कमी कर दी है। इसके तहत दस रुपए में मिलने वाले 100 एमएल का पैकेट अब 10 की जगह 5 रुपए में मिलने लगा है। जानकारो के अनुसार ऐसा पहली बार हुआ है। जब दुग्ध संघ ने किसी प्रोडक्ट के दाम इतने कम कर दिए हो। जबकि पिछले साल श्रीखंड, छाछ, लस्सी, छेना खीर समेत अन्य प्रोडक्ट के दाम में 25 से 30 फीसदी का इजाफा किया गया था।
नहीं होने देंगे शहर में दूध की कमी…
किसान आंदोलन को देखते हुए दुग्ध संघ के अधिकारियों का कहना है कि दूध से पाउडर और मक्खन बनवाया था। इससे दूध और प्रोडक्ट की क्वालिटी पर कोई असर नहीं होता है। वैसे भी गर्मी में दूध कम ही आता है। ऐसे में पाउडर का इस्तेमाल करके ही दूध बनाया जाता है। हम प्रोडक्ट की कमी नहीं होने दे रहे हैं। जितनी भी डिमांड आएगी, उसे पूरा करेंगे।
पाउडर से बनाए जा रहे दूध के संबंध में सांची से जुड़े एक रिटायर्ड कर्मचारी का कहना है कि जो जानकारी सामने है उसके अनुसार दुग्ध संघ अपने ही दूध से बने पाउडर और मक्खन को मिलाकर दूध बना रहा है। यह पाश्च्युरीकृत होता है। यानी दूध को हाई टेंपरेचर पर गरम करके तुरंत ठंडा कर दिया जाता है।