राहत की खबर ययह है कि मध्यप्रदेश कोरोना के नियंत्रण में अन्य प्रदेशों से बेहतर स्थिति में है। प्रदेश में ग्रोथ रेट 1.46 प्रतिशत है जो देश के औसत ग्रोथ रेट से 3.68 से आोधे से भी काफी कम है। प्रदेश का रिकवरी रेट 76.5 प्रतिशत है जो प्रथम स्थान (राजस्थान) के 77.1 से थोड़ा ही कम है। प्रदेश में टेस्टिंग सुविधा विकसित होने के फलस्वरूप वायरस नियंत्रण में अच्छी सफलता मिली है। गत 24 घंटे में 9 हजार 855 टेस्ट किए गए हैं। इनमें मात्र 223 पॉजीटिव केस मिले हैं। वही प्रदेश में मेडीकल कॉलेज में भी रिकवरी रेट काफी बेहतर हुआ। जबलपुर, इन्दौर, रतलाम, खंडवा मेडीकल कॉलेज सहित भोपाल के चिरायु मेडीकल कॉलेज में रिकवरी रेट 80 प्रतिशत और उससे अधिक है। इस समय प्रदेश में 1106 कंटेंटमेंट क्षेत्र हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सभी प्रभारी अधिकारी अपने प्रभार के क्षेत्रों की नियमित जानकारी प्राप्त कर किए जा रहे प्रयासों की सतत समीक्षा करें। प्रदेश में फीवर क्लीनिक पूरी क्षमता से कार्य करें। बुधवार से प्रारंभ होने वाले डोर टू डोर सर्वे में नागरिकों को रोग के लक्षणों के आधार पर आवश्यक उपचार और मार्गदर्शन उपलब्ध करवाया जाए।
वही प्रदेश में नये हॉटस्पॉट बने चंबल अंचल पर मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों सहित प्रभारी अधिकारियों से सजग रहकर समस्या बढ़ने के पूर्व ही नियंत्रण के प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री चौहान मुरैना जिले में कोरोना की समीक्षा करते हुए कहा कि एहतियातन लगाये गये कर्फ्यू को जारी रखा जाए। कमर कसकर रोग नियंत्रण का कार्य हो। मुरैना जिले के प्रभारी अधिकारी प्रमुख सचिव मलय श्रीवास्तव को उन्होंने स्थिति पर निरंतर निगाह रखने को कहा। सोमवार को मुरैना में 59 पॉजीटिव प्रकरण आने की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री ने चिंता व्यक्त की और मुरैना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। मलय श्रीवास्तव ने बताया कि एक जुलाई से प्रारंभ होने वाले किल – कोरोना अभियान में मुरैना की घनी बस्तियों को भी कवर किया जाएगा।
मुरैना में 73 कोरोना पॉजिटिव
मुरैना में मंगलवार को फिर 73 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। डीआरडीई की जांच सूची में 27 और जीआरएमसी जांच सूची में 46 पॉजिटिव पाए गए हैं। लगातार बढ़ रही संख्या से अदिकारियों के हाथपांव फूल गये हैं ।