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मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होगी ब्रांडिंग

locationभोपालPublished: Feb 12, 2020 10:45:44 pm

निजी एजेंसियों का भी लिया जाएगा सहयोग, पर्यटन संचालक मण्डल की बैठक में सीएम ने दिए निर्देश, 50 हजार महिलाओं को रोजगार का लक्ष्य

मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होगी ब्रांडिंग

मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होगी ब्रांडिंग

भोपाल। मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थलों की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग की जाए। पर्यटन को प्रोत्साहित करने वाली एजेंसियों को भी इसमें शामिल किया जाए। मध्यप्रदेश पर्यटन संचालक मण्डल की बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यह निर्देश दिए। इस दौरान पर्यटन स्थलों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए कार्य-योजना स्वीकृत की गई। इससे लगभग 50 हजार महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में जिन राज्यों में पर्यटन समृद्ध है, उसका कारण उनकी बेहतर मार्केटिंग है। मध्यप्रदेश में भी इसकी आवश्यकता है। इसके लिए पर्यटन से जुड़ी विभिन्न राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय टूर-ऑपरेटर, ट्रेवल एजेंट एवं होटल व्यवसाय से जुड़ी एजेंसियों से समन्वय स्थापित कर उनका उपयोग किया जाए। उन्होंने हेरिटेज संपत्ति के विकास और प्रमोशन के लिए देश के विभिन्न शहरों में टूर्स एवं ट्रेवल्स मीट करवाने के निर्देश भी दिए।
पचमढ़ी में एयर स्ट्रिप का विकास करने और नेशनल पार्क के बफर एरिया में कैम्‍प साइट स्थापित करने को कहा। मुख्यमंत्री ने टूरिज्म बोर्ड में पर्यटन क्षेत्र से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को भी शामिल करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान पर्यटन मंत्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने जिला पर्यटन संवर्धन परिषद में राज्य एवं जिला-स्तर पर समन्वय की दृष्टि से दो समन्वयकों की नियुक्ति का सुझाव दिया। साथ ही पर्यटन विकास निगम और बोर्ड में कार्यरत कर्मियों की समस्याओं से बारे में भी मुख्यमंत्री को बताया।
पर्यटन स्थलों के बनेंगे क्लस्टर्स –
बैठक में पर्यटन स्थलों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने की स्वीकृत कार्य योजना में पर्यटन स्थलों को 20 क्लस्‍टर में विभाजित करने का निर्णय लिया गया। प्रत्येक क्लस्टर में 50 पर्यटन स्थलों को शामिल किया जाएगा। इनमें महिला पर्यटकों के अनुकूल वातावरण निर्माण, संबंधित जानकारी की सहज उपलब्धता एवं महिलाओं की सुरक्षा एवं सुविधा को ध्यान में रखते हुए अधोसंरचना में सुधार किया जाएगा। इसमें पर्यटन स्थल की स्थानीय महिलाओं एवं बालिकाओं को महिला पर्यटकों की सुरक्षा एवं सहयोग के लिए तैयार किया जाएगा। उन्हें आत्मरक्षा प्रशिक्षण एवं पर्यटन से जुड़ी सुविधाओं के समीप कार्य करने के लिए कौशल उन्नयन रोजगार एवं स्व-रोजगार की दृष्टि से प्रशिक्षित किया जाएगा। इस योजना के जरिए 50 हजार महिलाओं एवं बालिकाओं को पर्यटन की गतिविधियों से जोडऩे का लक्ष्य है।

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