मध्यप्रदेश में बर्फीली हवा की रफ्तार धीमी होने के कारण रात के तापमान में थोड़ी सी बढ़ोतरी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक प्रदेश में आने वाले दो से तीन दिनों में बारिश की संभावना है। इसके अलावा कई स्थानों पर ओलावृष्टि के भी आसार हैं। मावठा गिरने से किसानों को राहत मिलेगी, वहीं कई स्थानों पर यदि ओलावृष्टि होती है तो उससे फसलों के भी नुकसान की आशंका जताई गई है।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों तक पहुंच रहा है। हवाओं का रुख बदलने से दो दिनों बाद मध्यप्रदेश के वातावरण में नमी बढ़ने से आसमान में बादल छा जाएंगे। इस कारण दो से तीन दिनों बाद भोपाल समेत मध्यप्रदेश के ग्वालियर, चंबल संभाग में बारिश की संभावनाएं हैं।
और बढ़ेगी ठंड
बारिश के बाद जब मौसम साफ होगा, तब रात के तापमान में और अधिक गिरावट की भी संभावना जताई गई है।
यहां चलेगी शीतलहर
मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के छतरपुर, बालाघाट, बैतूल, सिवनी एवं उमरिया जिलों में शीतलहर चलने की आशंका है।
खजुराहो में पारा 03 डिग्री पर
मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान मौसम शुष्क रहा। खजुराहो, नौगांव, सिवनी, बैतूल एवं मलाजखंड में शीतलहर का प्रभाव रहा। प्रदेश में न्यूनतम तापमानों में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। यह शहडोल संभाग में काफी कम, रीवा, जबलपुर, सागर, होशंगाबाद एवं इंदौर संभागों के जिलों में सामान्य से कम और शेष संभागों के जिलों में सामान्य रहे। प्रदेश में सबसे कम तापमान 03 डिग्री से खजुराहो में दर्ज किया गया।