शहर में बीते कई दिनों से तेज बारिश का क्रम चल रहा है। मंगलवार से बुधवार सुबह तक शहर में 3 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई, जबकि बुधवार को भी सुबह से रात्रि तक डेढ़ इंच से अधिक बारिश हुई। बुधवार को भी शहर में दिन भर बारिश होती रही। इसके पहले मंगलवार की मध्यरात्रि में भी शहर में गरज-चमक के साथ तेज बारिश हुई थी।
पौने दो माह पहले ही सीजन के कोटे के बराबर बारिश
इस बार राजधानी में मानसून की काफी मेहरबानी रही है। जुलाई में तेज बारिश के बाद अगस्त में भी पिछले दो दिनों से बारिश का क्रम चल रहा है। मानसून का सीजन 1 जून से 30 सितम्बर तक माना जाता है। चार माह के इस अवधि में शहर में औसत बारिश 42 इंच से अधिक होनी चाहिए, अभी मानसून का आधा सीजन ही खत्म हुआ है। अब भी मानसूनी सीजन के पौने दो माह बाकि है, जबकि अब तक शहर में 40 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है।
आज भी शहर में ऐसा ही रहेगा मौसम का मिजाज
मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल मौसम का मिजाज इसी तरह रहेगा। सिस्टम थोड़ा कमजोर होने के कारण शुक्रवार को बारिश में थोड़ी कमी हो सकती है, लेकिन रूक-रूककर बारिश का दौर जारी रह सकता है। इसके बाद 13 अगस्त से बंगाल की खाड़ी में एक और सिस्टम सक्रिय हो रहा है, इसके असरसे फिर बारिश का दौर शुरू होगा।
अगले 36 घंटे बारिश का अलर्ट
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, प्रदेश में अलग-अलग सिस्टम सक्रिय हैं। पूर्वी प्रदेश के साथ सौराष्ट्र पर भी एक नया कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इसके अलावा द्रोणिका भी राजगढ़, अहमदाबाद की ओर से बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय है। इससे अगले 36 घंटे तक बारिश होती रहेगी। इंदौर व आसपास के क्षेत्र में कहीं भारी तो कहीं मध्यम बारिश के रेड व ऑरेंज अलर्ट है। मालवा-निमाड़ क्षेत्र के लिए अलर्ट घोषित किया गया है। 13 अगस्त से बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, यह 20 अगस्त तक प्रदेश को तरबतर कर सकता है।
अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान कहता है कि शहडोल, जबलपुर, सागर, रीवा, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, भोपाल, चंबल तथा ग्वालियर संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विभाग ने ऑेरेंज और यलो अलर्ट भी जारी किया है।