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लाखों आदिवासियों को सरकार ने किया बेघर : कमलनाथ

locationभोपालPublished: Oct 29, 2018 08:50:59 am

आदिवासियों को वनों में रहने और वनोपज से आजीविका का अधिकार…

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भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर आदिवासियों को वन अधिकार पत्रक न देने और बेघर करने का आरोप लगाया है।

उन्होंने कहा कि केंद्र की कांग्रेस सरकार ने 2006 में 10 करोड़ आदिवासियों को वनों में रहने और वनोपज से आजीविका का अधिकार दिया था, लेकिन भाजपा शासित राज्यों ने उनकों इससे वंचित किया।
प्रदेश में 663424 आदिवासी परिवारों ने वन में निवास और सामुदायिक उपयोग के लिए आवेदन किया, लेकिन सरकार ने 363424 परिवारों के आवेदन को अवैधानिक तरीके से निरस्त कर दिया।

इसमें 1.54 लाख अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग के परिवारों ने भी दावे किए थे, उनमें से 1.50 लाख, अर्थात 97.9 फीसदी दावे खारिज कर दिए गए। राज्य के 42 जिलों में इस श्रेणी के 100 फीसदी दावे खारिज किए गए।
यहां भौमिक के इस्तीफे की चिट्ठी वायरल, बताया साजिश
मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष और गोविंदपुरा सीट से भाजपा से टिकट के दावेदार तपन भौमिक के लैटर पैड से रविवार को जारी चिट्ठी से बवाल मच गया।
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इस चिट्ठी में लिखा है कि तपन सुहास भगत से उज्जैन संभाग की चुनावी परिस्थितियों पर चर्चा करने कई बार पहुंचे, लेकिन भगत के सुरक्षाकर्मियों ने धक्का देकर भगा दिया।

उनको अपमानित भी किया गया। यही स्थिति मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और चुनाव अभियान समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर के मामले में हुई, इसलिए वे सभी पदों व भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहे हैं।
अब शिकायत करेंगे…
‘पत्रिका’ ने जब तपन भौमिक से इस संबंध में बात की तो उन्होंने इस चिट्ठी को फर्जी और छवि खराब करने की साजिश बताया है। वे इसकी शिकायत साइबर सेल और पुलिस में करने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, वे भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता हैं और जीवनभर भाजपा में ही रहेंगे। यह भी बताया कि भाजपा प्रदेश संगठन ने इसे गंभीरता से लेते हुए पड़ताल में जुट गया है कि यह चिट्ठी किसने वायरल की।
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इधर, ब्लैकआउट करके सांसदों का विरोध करेगा सपाक्स
संसद में एट्रोसिटी एक्ट संशोधन का विरोध नहीं करने वाले केंद्रीय मंत्रियों व सांसदों का सपाक्स अब प्रदेश में ब्लैकआउट करके विरोध करेगा। सपाक्स ने रविवार को फैसला किया कि भाजपा-कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं के प्रदेश में आने पर शाम को एक साथ एक ही समय पर 7.30 से 7.40 बजे तक दस मिनिट लाइट बंद की जाएगी।
जनता से इसके लिए आग्रह किया जाएगा। यदि नेता का कार्यक्रम दोपहर या सुबह होता है तो कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर ब्लैकआउट होगा। इसके अलावा काली पट्टी और काले झंडे दिखाकर विरोध भी जारी रहेगा। पार्टी ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है।
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