सत्ता विरोधी रुझान से बचने के लिए भाजपा मध्यप्रदेश और राजस्थान में बड़ी संख्या में अपने मौजूदा विधायकों के टिकट काट सकती है। इनमें कई मौजूदा मंत्रियों के नाम भी शामिल हैं। मध्यप्रदेश में पांच मंत्रियों समेत 70 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे जा सकते हैं। वहीं राजस्थान में मौजूदा छह मंत्रियों समेत कुल 60 विधायकों के काटे जाएंगे। भाजपा के मध्यप्रदेश में 165 और राजस्थान में 160 विधायक हैं।
मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के फीडबैक में कई विधायकों का प्रदर्शन खराब आया है।
इन्हें टिकट देने पर वहां पार्टी के हार की आशंका जताई है। 28 अक्टूबर को प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में चर्चा हो चुकी है। तीन दिन से सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने दिल्ली में डेरा डाल रखा है।
इन्हें टिकट देने पर वहां पार्टी के हार की आशंका जताई है। 28 अक्टूबर को प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में चर्चा हो चुकी है। तीन दिन से सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने दिल्ली में डेरा डाल रखा है।
प्रदेश चुनाव समिति के पैनलों में से न केवल सिंगल उम्मीदार के नाम तय किए गए हैं, बल्कि कुछ सीटों पर नए नाम जोड़े हैं। शाह और रामलाल ने हर सीट पर चर्चा की है।
MP में कैलाश व मंत्री मीणा नहीं लड़ेंगे चुनाव:
महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने संकेत दिए हैं कि वे चुनाव नहीं लडऩा चाहते हैं। बताया जा रहा है कि कैलाश इंदौर की किसी सीट से अपने बेटे आकाश के लिए टिकट मांग रहे हैं। पुत्र के नाम पर मुहर लगती है तो एक परिवार से दो को टिकट नहीं देने की नीति के चलते वे खुद ही दौड़ से बाहर हो जाएंगे।
महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने संकेत दिए हैं कि वे चुनाव नहीं लडऩा चाहते हैं। बताया जा रहा है कि कैलाश इंदौर की किसी सीट से अपने बेटे आकाश के लिए टिकट मांग रहे हैं। पुत्र के नाम पर मुहर लगती है तो एक परिवार से दो को टिकट नहीं देने की नीति के चलते वे खुद ही दौड़ से बाहर हो जाएंगे।
राज्य मंत्री सूर्यप्रकाश मीणा ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर चुनाव नहीं लडऩे की मंशा जताई है। विदिशा में मीणा ने इसका ऐलान भी किया। मीणा के खिलाफ कुछ शिकायतें संगठन को मिली थी। सूत्रों के मुताबिक उसके बाद मुख्यमंत्री ने मीणा को बुलाकर टिकट कटने की सूचना दी थी।
गौर बोले, नहीं है मोदी की लहर
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने कहा, पिछलेचुनावों में जो मोदी लहर थी, वो इस बार नहीं है। जिस पार्टी के प्रत्याशी अच्छे होंगे, उनकी जीत होगी। सर्वे के आधार पर टिकट बांटे तो भाजपा सरकार बनेगी। पुत्रवधु कृष्णा गौर को पार्टी टिकट देती है तो वे चुनाव नहीं लड़ेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने कहा, पिछलेचुनावों में जो मोदी लहर थी, वो इस बार नहीं है। जिस पार्टी के प्रत्याशी अच्छे होंगे, उनकी जीत होगी। सर्वे के आधार पर टिकट बांटे तो भाजपा सरकार बनेगी। पुत्रवधु कृष्णा गौर को पार्टी टिकट देती है तो वे चुनाव नहीं लड़ेंगे।