महाराष्ट्र के सियासी संकट में राज्यपाल ने उद्धव सरकार को फ्लोर पर अपना बहुमत साबित करने का पत्र दिया था। सरकार राज्यपाल के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गई। सुर्पीम कोर्ट ने बुधवार देर शाम कहा कि इस तरह के फैसले सदन में ही होने चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उद्धव ठाकरे ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र का ऐलान कर दिया और रात 12 बजे राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
मुख्यमंत्री ठाकरे के इस्तीफा देने के बाद अब फ्लोर टेस्ट नहीं होगा। महा विकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ विश्वास मत के लिए ही आज विशेष विधानसभा सत्र बुलया गया था। महाराष्ट्र विधानसभा ने सर्कुलर जारी करते हुए बताया कि अब फ्लोर टेस्ट की कोई जरूरत नहीं है, इसलिए विशेष सत्र आहूत नहीं किया जाएगा। महाराष्ट्र में अब सबसे बड़े दल के रुप में बीजेपी को माना जा है। बताया जा रहा है कि विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस जल्द ही सरकार बनाने का प्रस्ताव राज्यपाल को पेश करेंगे।
हनुमान चालीसा का मामला
देश में लाउडस्पीकर विवाद चल रहा था इसी बीच 22 अप्रैल 2022 को निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने उद्धव ठाकरे के निवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की घोषणा की थी। इसके बाद शिवसैनिक भी उग्र हो गए। शिवसैनिकों ने राणा दंपति की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई। इस मामले में अमरावती की सांसद नवनीत राणा को गिरफ्तार किया गया और बॉम्बे हाईकोर्ट से भी उनको राहत नहीं मिली थी।