राज्यपाल ने कहा कि महान विभूति बाबा साहेब डॉ. बीआर अम्बेडकर की जन्म स्थली में स्थापित विश्वविद्यालय की पहचान उत्कृष्ट शिक्षा केन्द्र हों। जहां शोध, उच्च अध्ययन और अध्यापन की उत्कृष्ट व्यवस्थाएं हो। इसमें कोई बाधा नहीं आनी चाहिए। शैक्षणिक गुणवत्ता की प्राथमिक आवश्यकता बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता है। विश्वविद्यालय में पुस्तकालय, प्रयोगशालाएं उत्कृष्ट हों। परिसर क्लीन और ग्रीन हो। स्वच्छता के समुचित प्रबंध हों। उन्होंने विश्वविद्यालय की आवश्यकताओं को प्राथमिकता के क्रम में निर्धारित करने के निर्देश दिए।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के विकास कार्यों को कार्ययोजना बना कर क्रियान्वित करने के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित करने, समिति सदस्य के रूप में वित्त, उच्च शिक्षा, अनुसूचित जाति कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव और विश्वविद्यालय की कुलपति को शामिल कर प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए है। बैठक में अनुसूचित जाति कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव विनोद कुमार, अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी, उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव हरिरंजन राव, विधि विभाग के प्रमुख सचिव सत्येन्द्र सिंह, वित्त सचिव मुकेश चन्द्र गुप्ता, राज्यपाल के सचिव मनोहर दुबे एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।