भोपाल

मंडी बंद, अस्थाई सब्जी मंडी में आढ़तिए सक्रिय, किसानों से लेते हैं 10 प्रतिशत कमीशन

थुआखेड़ा, भानपुर में टूट रहे सोशल डिस्टेंस के नियम,

भोपालMay 23, 2020 / 08:56 pm

प्रवेंद्र तोमर

मंडी बंद, अस्थाई सब्जी मंडी में आढ़तिए सक्रिय, किसानों से लेते हैं 10 प्रतिशत कमीशन

भोपाल. कोरोना कंटेनमेंट जोन बनने के कारण शहर में प्रमुख सब्जी मंडी बंद हैं। करोंद की मुख्य सब्जी मंडी भी काफी समय से बंद चल रही है। ऐसे में जो किसान सब्जी लेकर शहर की तरफ आते हैं वे बीच रास्ते में ही कहीं खाली स्थान पर सब्जी लगाकर बेचने लगते हैं। करोंद, ग्यारह मील और फंदा के पास बनाई गईं ऐसी अस्थाई सब्जी मंडी में अब आढ़तिए सक्रिय हो गए हैं। किसान की गाड़ी आते ही ये लोग उससे दस फीसदी की वसूली कर रहे हैं। मजबूरी में किसान उनको रुपए देकर अपनी सब्जी बेच रहा है। इस कारण दस रुपए किलो का टमाटर 20 रुपए और अन्य सब्जियां महंगी बिक रही हैं।

कोरोना संक्रमण काल में सबसे ज्यादा किसान ही परेशान है। रोजाना बैरसिया की तरफ के खेतों से ताजी सब्जी तोड़कर लाते हैं और यहां बेचकर चला जाते थे। लेकिन पिछले दो माह से स्थिति खराब है। लोग सब्जी खरीदने आते हैं तो सोशल डिस्टेंस का नियम टूटता है। गोल घेरे का सख्ती से पालन नहीं हो पाता। थुआखेड़ा और भानपुर रोड पर लग रही सब्जी मंडी में इसी प्रकार की शिकायत के बाद शनिवार को वहां अमला जांच करने पहुंचा। लोगों को समझाइश दी कि वे नियमों का पालन करें। वर्ना ये अस्थाई सब्जी मंडी भी बंद हो सकती हैं। ऐसे में उनके सामने और स्थिति बिगड़ जाएगी।

पूरे शहर में यही हाल हैं

कोरोना से पहले शहर में सब्जी मंडी के अलग-अलग दिन फिक्स थे। कोलार, बिट्टन, करोंद, कस्तूरबा, मिसरोद, बरखेड़ा पठानी, फंदा, रायसेन रोड पर सब्जी बिकती थी। लेकिन कई थोक सब्जी और फल विक्रेताओं के कोरोना संक्रमित होने के कारण शहर की मुख्य मंडी बंद कर दी गईं। ईंटखेड़ी की सब्जी मंडी सोशल डिस्टेंस का पालन न होने के कारण बंद कर दी गईं। इस कारण अब अस्थाई मंडी लगने लगी हैं। लेकिन उनमें भी वसूली और सोशल डिस्टेंस की समस्या आ रही है।

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