मेष राशि
पंडित जी बताते है कि मेष राशि में मंगल एकादश भाव में होगा। यहां मंगल लग्नेश व अष्टमेश होता है। ये शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने का योग बनाता है। कोई शुभ समाचार भी मिल सकता है।
वृषभ राशि
मंगल वृषभ राशि में दशम भाव में होगा। वृषभ राशि में मंगल सप्तमेश एवं व्ययेश होने के कारण द्वितीय मारकेश है। यह पूरी तरीके से शुभ फलदायी होगा। नौकरी मिलने के आसार भी है।
मिथुन राशि
इस राशि में मंगल नवम भाव में होगा। यहां मंगल षष्ठेश व लाभेश होने के कारण अशुभ फलदायक है। इस समय जातक का स्वास्थ खराब हो सकता है लेकिन बच्चों की तरफ से कोई खुशखबरी मिल सकती है।
कर्क राशि
कर्क राशि में मंगल अष्टम भाव में रहेगा। यहां मंगल लाभ स्थान में होगा। इस समय जातक को कानूनी रुप से सफलता मिलने के संकेत मिल रहे है।
सिंह राशि
सिंह राशि में मंगल सप्तम भाव में होगा। यहां मंगल केंद्र और त्रिकोण दोनों का स्वामी है। ऐसे में जातक के विवाह जीवन में कलह हो सकती है। शांति के लिए हनुमान जी की पूजा करें।
कन्या राशि
कन्या राशि में मंगल षष्ठ भाव में होगा। यहां यह तृतीयेश एवं अष्टमेश होने से परम पापी है। कन्या राशि के जातकों के लिए यह नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करेगा। इस दौरान शत्रुओं से विशेष रूप से सावधान रहने की आवश्यकता है।
तुला राशि
तुला राशि में मंगल पंचम स्थान में होगा। तुला लग्न में मंगल द्वितीयेश एवं सप्तमेश होने से मुख्य मारक ग्रह हैं। जातक को संतान की ओर से दुःख प्राप्त होगा |
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि में मंगल चतुर्थ भाव में होगा। यहां मंगल लग्नेश एवं षष्ठेश है। लेकिन लग्नेश होते हुए भी यह पापी है। यदि कुंडली में मंगल बली है, तो शुभ फल देगा अन्यथा अशुभ फल देगा।
धनु राशि
धनु राशि में मंगल तृतीय भाव में होगा। धनु राशि में मंगल पंचमेश व खर्चेश है। मंगल खर्चेश होते हुए भी शुभ योग प्रदाता है, क्योंकि यह गुरु का मित्र है। बच्चों से लाभ होगा।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के द्वितीय भाव में मंगल उपस्थित होगा। मकर राशि में मंगल चतुर्थेश या लाभेश होने से अशुभ है। ऐसे में संतान की ओर से सतर्क रहें।
कुम्भ राशि
कुम्भ राशि के जातकों के प्रथम भाव में उपस्थित होगा। कुम्भ राशि में मंगल तृतीयेश एवं राज्येश है। कुम्भ राशि में मंगल शुभ एवं अशुभ दोनों फल देता है। विवाह में अचानक से रुकावट या विलंब होने संभावना है।
मीन राशि
मीन राशि में यह मंगल द्वादश भाव में होगा। मीन राशि में मंगल धनेश एवं भावेश दोनों है। कई तरीकों से फलदायी होगा।