प्रदर्शन में ये जनजातियां हुई शामिल
मांझी वर्ग समूह की उपजातियां ढीमर, भोई, मल्लाह, कहार, निशाद अनुसूचित जनजाति में शामिल होने की मांग को लेकर मांझी समाज प्रदर्शन कर रहा है। संयुक्त मांझी जनजाति संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान चल रहें प्रदर्शन में समाज के सैंकड़ों लोग शामिल हुए।
वहीं लोगों के इकट्ठा होने के बाद शाहजहांनी पार्क से मुख्यमंत्री निवास तक महा रैली निकालकर महाशक्ति प्रदर्शन किया। यह रैली शाहजहांनी पार्क, नीलम पार्क व विभिन्ना रास्तों से होते हुए मुख्यमंत्री निवास पहुंचेगी। जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को तीन सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा।
वादा पूरा नहीं किए शिवराज
समाज के प्रदेशाध्यक्ष राकेश वर्मा (पहलवान) का कहना है कि भाजपा 2003, 2008 एवं 2013 में अपने चुनावी घोषणा पत्र में लिखा था कि अगर हम सत्ता में आते हैं तो मांझी जाति की उपजातियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने हेतु भारत सरकार से अनुशंसा करेंगे।
वहीं समाज अन्य लोगों का कहना है कि मछुआरों को पट्टा दिए जाने के लिए मु्ख्यमंत्री ने वाता किया था। लेकिन अब तक मछुआरों को पट्टा नहीं मिला, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज ने अपना वादा पूरा नहीं किया। मांझी समाज के लोगों का कहना है कि सरकार को हमारी मांगें पूरी करनी होगी, नहीं तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।
मांझी महाशक्ति प्रदर्शन
समाज के कार्यकर्ता ने बताया कि मंझी समाज के प्रति सरकारों का रवैया अस्थिर है। कभी समाज को जनजाति का लाभ दिया तो कभी उससे वंचित कर दिया गया। इस प्रकार समाज के प्रति लगातार नाटक की जा रही है मांझी समाज को प्रतिनिधित्व दिया जाए।
मांझी समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करते हुए आरक्षण का लाभ दिया जाए। प्रदेश के वंशानुगत मछुआ वर्ग के लोगों को प्रदेश की मत्स्य पालन नीति में सिर्फ मछुआ वर्ग के व्यक्तियों को लाभान्वित करने के प्रावधान हों। इन्हीं मांगों को लेकर भोपाल मांझी महाशक्ति प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है।