इन क्षेत्रों के बुजुर्गों का कहना है कि यहां व्यापारियों की तरफ से सरकार को बतौर टैक्स बड़ी रकम दी जाती रही है, तो सरकार से कुछ अपेक्षाएं भी हैं। यदि व्यवस्थाएं दुरूस्त नहीं होंगी, तो यहां व्यापार कैसे चल सकेगा। वैसे भी लॉकडाउन के दौर के बाद बाजार अब तक तेजी नहीं पकड़ सका है। उनका कहना है कि बाजार से हजारों लोगों की रोजी-रोटी जुड़ी है, इसलिए सरकार को ध्यान देना चाहिए।