अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से जनवरी से दिसंबर तक एक साल में शादियों के योग कुल 45 दिन रहेंगे। साल के पहले माह जनवरी में एक भी दिन विवाह मुहूर्त नहीं रहेगा, शुक्र अस्त होने से जनवरी में मुहूर्त नहीं होंगे, जबकि नवंबर माह में भी गुरु अस्त रहने के कारण विवाह के योग नहीं बनेंगे। पंडितों का मानना है कि विवाह संयोग के लिए गुरु और शुक्र तारा उदित होना जरूरी होता है।
अधिकमास के कारण मई में मुहूर्त कम
पंडित विष्णु राजौरिया का कहना है कि वर्ष 2018 में अधिकमास रहेगा। इसे पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है और यह मलमास की श्रेणी में आता है। इस माह में मांगलिक कार्य नहीं होते हैं। इस बार अधिकमास ज्येष्ठ मास में पड़ रहा हैं और ज्येष्ठ माह में शादी के अच्छे मुहूर्त होते हैं, इसलिए मई और जून में विवाह के योग कम बन रहे हैं। अधिकमास 16 मई से शुरू होगा, जो 13 जून तक रहेगा, इसलिए इन दोनों माह में मुहूर्त कम है।
पंडित विष्णु राजौरिया का कहना है कि वर्ष 2018 में अधिकमास रहेगा। इसे पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है और यह मलमास की श्रेणी में आता है। इस माह में मांगलिक कार्य नहीं होते हैं। इस बार अधिकमास ज्येष्ठ मास में पड़ रहा हैं और ज्येष्ठ माह में शादी के अच्छे मुहूर्त होते हैं, इसलिए मई और जून में विवाह के योग कम बन रहे हैं। अधिकमास 16 मई से शुरू होगा, जो 13 जून तक रहेगा, इसलिए इन दोनों माह में मुहूर्त कम है।
ये 4 कारण लगाएंगे विराम :
पूरे साल में चार बार विवाह मुहूर्तों पर विराम लगेंगे। ज्योतिष मठ के पंडित विनोद गौतम ने बताया, जनवरी में शुक्र अस्त रहने से विवाह कार्य नहीं हो सकेंगे। 15 मार्च से 16 अप्रैल के बीच खरमास अर्थात सूर्य मीन राशि में रहेगा, मीन की संक्रांति में विवाह वर्जित माने गए हैं, इस बीच विवाह नहीं होंगे।
पूरे साल में चार बार विवाह मुहूर्तों पर विराम लगेंगे। ज्योतिष मठ के पंडित विनोद गौतम ने बताया, जनवरी में शुक्र अस्त रहने से विवाह कार्य नहीं हो सकेंगे। 15 मार्च से 16 अप्रैल के बीच खरमास अर्थात सूर्य मीन राशि में रहेगा, मीन की संक्रांति में विवाह वर्जित माने गए हैं, इस बीच विवाह नहीं होंगे।
16 मई से 13 जून तक अधिकमास रहेगा, इस दौरान भी विवाह कार्य नहीं होंगे, नवम्बर में देवउठनी एकादशी के साथ विवाह कार्य प्रारंभ हो जाते हैं, लेकिन अगले साल नवम्बर माह में गुरु अस्त रहेगा, इसलिए नवम्बर माह में भी एक भी दिन विवाह के योग नहीं बनेंगे।
जानिये वर्ष 2018 में किस— माह कितनी शादियां :
जनवरी- शुक्र अस्त होने के कारण एक भी विवाह मुहूर्त नहीं
फरवरी- 3,4,6,7,18
मार्च – 3,5,7,8,12
अप्रैल- 18,19,20,24,25,27,29
मई- 1,3,5,6,9,11,12
जून- 17 से 22,25,27,23
जुलाई- 2,3,5,6,10,11,15
दिसंबर- 10,11,13,14,15
जनवरी- शुक्र अस्त होने के कारण एक भी विवाह मुहूर्त नहीं
फरवरी- 3,4,6,7,18
मार्च – 3,5,7,8,12
अप्रैल- 18,19,20,24,25,27,29
मई- 1,3,5,6,9,11,12
जून- 17 से 22,25,27,23
जुलाई- 2,3,5,6,10,11,15
दिसंबर- 10,11,13,14,15