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मास्क-सैनेटाइजर की न हो कालाबाजारी: शिवराज

locationभोपालPublished: Apr 03, 2020 12:21:18 am

Submitted by:

anil chaudhary

– अभी मिल रही है शिकायतें

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भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में कहीं भी मास्क, सैनेटाइजर या खाद्य सामग्री आदि की कालाबाजारी नहीं होनी चाहिए। कोई कालाबाजारी करता है और निर्धारित दाम से अधिक में बेचता है, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। कुछ स्थानों से राशन की कालाबाजारी की शिकायतें आ रही हैं, इन पर सख्त कार्रवाई की जाए। यह निर्देश शिवराज ने गुरुवार को मंत्रालय में कोरोना की रोकथाम की समीक्षा में कही।
शिवराज ने कहा कि यदि किसी में थोड़े भी लक्षण दिखते हैं, तो कोरोना टेस्ट करवाया जाए। बैठक में प्रदेश में 97.5 लाख परिवारों को राशन का वितरण बताया गया, तो मुख्यमंत्री ने क्रॉस चेक करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि सोशल मीडिया पर प्राप्त शिकायतों का भी त्वरित निराकरण किया जाए। मुख्यमंत्री ने वृद्धाश्रमों एवं दिव्यांग आश्रमों में भी कोरोना के संबंध में जांच करवाए जाने के निर्देश दिए। निगरानी ड्रोन से की जाए।
– किसानों के लिए बनाएं ऐप
शिवराज ने कहा कि किसानों के लिए एक मोबाइल ऐप तैयार किया जाए जिस पर उन्हें कृषि संबंधी सहायता की सूचना दी जाए।
– मप्र में बनी पीपीई किट अपू्रव
मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने कहा कि कोरोना टेस्टिंग किट्स का स्टॉक 4050 का है। मध्यप्रदेश में बनी किट्स को डीआरडीओ ने अपू्रव कर दिया है। हमारी वर्तमान टेस्ट क्षमता 480 है जो 10 अप्रेल तक 1000 हो जाएगी। हमारे पास 6000 पीपीई किट हंै। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पीपीई किट आवश्यकता से अधिक हो जाएं तो अन्य राज्यों को भी दे सकते हैं।

– प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई ने लिखा पत्र
मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई ने सभी कमिश्रर, कलेक्टर, डीआईजी, एसपी, मेडिकल कॉलेज के डीन, सीएमएचओ और सिविल सर्जन को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि पीपीई किट्स, मास्क के लिए अभिषेक दुबे और अन्य दवाओं और उपकरणों की आपूर्ति के लिए ह्रदयेश श्रीवास्तव को प्रभारी बनाया गया है। ये संबंधित दवाओं और उपकरणों की आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे। मांग के अनुसार ये सभी चीजें जिलों में भेजी जाएंगी इसके लिए पर्यटन विभाग के वाहन उपयोग में लाए जाएंगे। डीन और सीएमएचओ ई औषधी पोर्टल पर इसको दर्ज करेंगे। जो सामग्री उनके स्टोर से जारी की जा रही है उसको भी प्राथमिकता से दर्ज करेंगे। आवश्यकता अनुसार ही मांग की जाए ताकि आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। प्रदेश में मास्क और सेनेटाइजर की कोई कमी नहीं है, इसके लिए स्वास्थ्य कर्मचारी,पुलिस और आशा कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई जा रही है उनको आवश्यकता अनुसार सामग्री उपलब्ध कराई जाए। निजी अस्पतालों को यदि आवश्यकता है तो उसको भी कोरोना संबंधित सामग्री उपलब्ध कराई जाए। वहीं सरकार ने कोरोना प्रभावितों के लिए सभी जिलों में टेलिमेडिसन केन्द्र स्थापित किए हैं जिससे वीडियो काल से घर पर उपचार हो सकेगा।

 

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