विवाद मेरे सामने हुआ, मारपीट नहीं हुई थी महापौर निवास पर बैठक लेने गए भाजपा के भोपाल लोकसभा प्रभारी जसवंत सिंह हाड़ा ने दावा किया कि दोनों महिलाओं के बीच विवाद हुआ लेकिन मारपीट नहीं हुई थी। हाड़ा ने कहा कि विवाद शांत होने के बाद फातिमा और उनके पति 1.30 घंटे तक बंगले पर ही मौजूद रहे और शांति से लोकसभा प्रबंधन पर चर्चा कर लौट गए। हाड़ा ने कहा कि ये पार्टी का अंदरूनी मामला था और समझाइश के बाद शांत हो चुका है।
मेरा राजनीति में आना कुछ नेताओं को पसंद नहीं खुद पर लगे आरोपों पर फातिमा ने कहा कि उनका राजनीति में आना भाजपा के कई नेताओं को पसंद नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि रुकमणी ने बैनर पोस्टर में फोटो नहीं छपवाने पर पास आकर आपत्ति जताई थी जिस पर उन्होंने उसकी शिकायत दूर करने का भरोसा दिया था। फातिमा ने दावा किया कि मौके पर मौजूद समर्थक और उनके पति अब्दुल सलाम ने किसी से कोई बदसलूकी नहीं की बावजूद मीडिया में भ्रामक जानकारियां देकर बदनाम करने की साजिश की जा रही है। फातिमा ने कहा कि वे इस मामले की शिकायत प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह से करेंगी।
फातिमा ने गाली दी और मारा अग्रसेन मंडल की महिला मोर्चा अध्यक्ष रुकमणि मालवीय ने आरोप लगाया है कि फातिमा ने उन्हें सबके सामने गाली दी और मारपीट भी की। मालवीय गुरुवार को इस मामले की शिकायत करने प्रदेश कार्यालय आने वाली थीं, लेकिन देर शाम तक वे मीडिया और प्रदेश संगठन के सामने नहीं आईं।
चाकू निकालने की बात अफवाह है। जिसने भी इस बात को फैलाया है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आलोक शर्मा, महापौर मुझे और मेरे पति के खिलाफ झूठी बातें फैलाई जा रही हैं। महापौर और लोकसभा प्रभारी के सामने रुकमणि मालवीय से बात हुई थी। मारपीट और चाकू निकालने जैसा कुछ नहीं हुआ।
फातिमा रसूल सिद्दकी, पूर्व प्रत्याशी, उत्तर विधान सभा क्षेत्र संगठन की बैठक में कार्यकर्ता की हैसियत से गया था। चाकू निकालकर धमकाने की बात गलत है। पूरा घटनाक्रम महापौर और लोकसभा प्रभारी के सामने हुआ था, वो गवाह हैं।
अब्दुल सलाम, फातिमा के पति