पहले चरण में गांधी मेडिकल कॉलेज में यूनिट
पहले चरण में गांधी मेडिकल कॉलेज में 6 बेड के बोनमैरो ट्रांसप्लांट यूनिट और 24 बेड वाले पीडियाट्रिक कैंसर यूनिट की स्थापना होगी। इसमें स्वयं के (ऑटोलॉगस) स्टेम सेल ग्राफ्टिंग एवं अन्य व्यक्ति के (एलोजेनिक) बोनमैरो ट्रांसप्लांट किए जाएंगे। इससे पहले पीडि़त मरीज के ही स्टेम सेल निकालकर क्रायो प्रिजर्व किया जाएगा।
पहले चरण में गांधी मेडिकल कॉलेज में 6 बेड के बोनमैरो ट्रांसप्लांट यूनिट और 24 बेड वाले पीडियाट्रिक कैंसर यूनिट की स्थापना होगी। इसमें स्वयं के (ऑटोलॉगस) स्टेम सेल ग्राफ्टिंग एवं अन्य व्यक्ति के (एलोजेनिक) बोनमैरो ट्रांसप्लांट किए जाएंगे। इससे पहले पीडि़त मरीज के ही स्टेम सेल निकालकर क्रायो प्रिजर्व किया जाएगा।
कोई भी कर सकता है रजिस्टर
मंत्री ने बताया कि भारत सरकार की स्टेम सेल रजिस्ट्री में कोई भी व्यक्ति स्वेच्छा से अपने बोनमैरो को डोनेट करने के लिए स्वयं को रजिस्टर कर सकता है। इससे बीमार लोगों को काफी राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है। यही नहीं उनका सही समय पर इलाज भी हो सकेगा।
मंत्री ने बताया कि भारत सरकार की स्टेम सेल रजिस्ट्री में कोई भी व्यक्ति स्वेच्छा से अपने बोनमैरो को डोनेट करने के लिए स्वयं को रजिस्टर कर सकता है। इससे बीमार लोगों को काफी राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है। यही नहीं उनका सही समय पर इलाज भी हो सकेगा।
- 6 बेड बोनमैरो ट्रांसप्लांट यूनिट में रहेंगे
- 24 बेड होंगे पीडियाट्रिक कैंसर यूनिट में
- 6 बेड आईसीयू में रखे जाएंगे
- 20 बोनमैरो ट्रांसप्लांट एक साल में करने का लक्ष्य
- 24 बेड होंगे पीडियाट्रिक कैंसर यूनिट में
- 6 बेड आईसीयू में रखे जाएंगे
- 20 बोनमैरो ट्रांसप्लांट एक साल में करने का लक्ष्य