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रिटायर होने के बाद फिर प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति संबंधी नियम पर मेडिकल टीचर्स ने जताई आपत्ति, हड़ताल की चेतावनी

locationभोपालPublished: Sep 23, 2020 11:32:34 pm

मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने कहा इसकी बजाय प्रमोशन होना चाहिए

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भोपाल। मेडिकल कॉलेज से रिटायर होने वाले मेडिकल टीचर्स उसी कॉलेज में फिर से प्रोफेसर एमेरिटस बन सकते हैं। बुधवार को सरकार ने इस संबंध में एक आदेश पारित किया है। हालांकि इस आदेश के आने के बाद ही इसका विरोध होने लगा है। प्रोफेसर एमेरिटस एक तरह का वैकल्पिक पद है उस पद का जो मेडिकल कॉलेज में रिक्त होगा। सरकार के इस प्रस्ताव को प्रदेश के मेडिकल टीचर्स ने एक स्वर में नकार दिया है। बुधवार को हुई सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन की बैठक में सरकार के प्रस्ताव के खिलाफ असहमति जाहिर की। इस बारे में एसोसिएशन का कहना है कि सरकार का यह प्रस्ताव नए मेडिकल कॉलेज में प्रमोशन का इंतजार कर रहे मेडिकल टीचर्स के साथ अन्याय होगा। एसोसिएशन का कहना है कि यदि सरकार इसे वापस नहीं लेती है और जबरन इसे हम पर थोपा जाता है तो हम न सिर्फ आंदोलन करेंगे बल्कि हड़ताल भी कर सकते हैं।
अपनों के लिए बनाया पद
विशेषज्ञों का कहना है कि इस पद की जररूत नहीं है लेकिन विभाग और सरकार ने अपने खास लोगों के लिए इस पद को तैयार कर लिया। जो टीचर्स रिटायर हो चुके हैं उन्हें वापस लाने से बजाय नीचे के प्रोफेसर को पदोन्नत करना चाहिए।
मेडिकल कॉलेजों को नहीं मिले टीचर्स
सरकार की इस नई व्यवस्था के पीछे मेडिकल कॉलेजों को चिकित्सा शिक्षक न मिलना है। वर्तमान में प्रदेश के 13 मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सा शिक्षकों के 3300 पद स्वीकृत हैं। जबकि इनके विरुद्ध 2800 पद भरे हुए हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग की सेवा शर्तों के कारण नए डॉक्टर्स सरकारी सेवा में आना नहीं चाहते।
इनका कहना
सरकार का नया आदेश मेडिकल टीचर की प्रमोशन के लिए सही नहीं है। यदि सरकार ने इसे वापस नहीं लिया तो हम सड़कों पर उतरेंगे।

डॉ. राकेश मालवीय, सचिव सीएमटीए

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