कोरोना के बाद इन दवाओं की मांग में क्रमशः 36 फीसदी और 40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। स्टेरॉयड और विटामिन सप्लीमेंट्स की मांग भी तेजी से बढ़ी है। ऑल इंडिया ड्रगिस्ट एंड केमिस्ट एसोसिएशन के महासचिव राजीव सिंघल के अनुसार, श्वसन के साथ मल्टी विटामिन और एंटीबायोटिक ग्रुप में ज्यादा इजाफा हुआ है।
यह भी पढ़ें- फसल पर डांस करते हुए किसान का वीडियो वायरल, बोला- खुशी में नहीं विरोध में नाच रहा हूं, जानिए वजह
मप्र में 12,500 करोड़ का बाजार
मध्य प्रदेश ड्रगिस्ट एंड केमिस्ट एसोसिएशन के मुताबिक, कोरोना के बाद प्रदेश का दवा करोबार करीब 12,500 करोड़ का हो गया है, पहले यह 900 से 1000 करोड़ के आसपास होता था। बढ़ोतरी में सबसे बड़ा सेंटर इंदौर है, जहां फरवरी 2022 में 890 करोड़ की दवाएं बिकीं। भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज के श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉ. पराग शर्मा का कहना है, लोग स्वास्थ्य को लेकर सजग हुए हैं। सर्दी-खांसी की दवाओं के अलावा सिट्राजिन, एजिश्रोमाइसिन व कफ सिरप की मांग बढ़ी है। यही वजह है कि, एंटी इंफेक्टिव दवाओं का बाजार 36.1% तक बढ़ा है।
यह भी पढ़ें- अजब-गजब : इस राज्य में मरने और रिटायर होने के बाद भी पुलिस अफसरों का हो जाता है तबादला, जानिए कैसे
सावधानी जरूरी
भोपाल में लिवर रोग विशेषज्ञ -डॉ. प्रणव रघुवंशी का कहना है कि, लोग सेहत को लेकर खासा सजग हुए हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि, बिना डॉक्टरी सलाह के दवाएं लें, ये सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। हमारे पास कई मरीज आते हैं तो ओवरडोज के कारण दूसरी बीमारियों से घिर जाते हैं।
दूसरी बार नर्मदा परिक्रमा पर निकले सलीम पठान, देखें वीडियो