कॉरपोरेशन के मुताबिक प्रस्तावित छह अन्य रूट पर भी पाइप लाइन शिफ्ट करने की जरूरत है। पूरे शहर में पाइप लाइन शिफ्ट करने में मेट्रो प्रोजेक्ट के कर्ज का एक बड़ा हिस्सा खर्च होगा। निगमायुक्त अविनाश लवानिया एवं कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने इस हिस्से का मुआयना किया था। लवानिया के मुताबिक पाइप लाइन शिफ्टिंग के विकल्प तलाशे जा रहे हैं।
मेट्रो रूट में नहीं होगा बदलाव
कॉरपोरेशन ने बाजार से कर्ज लेने से पूर्व तैयार डिजाइन और ड्रॉइंग पर यूरोपियन इन्वेस्टमेंट की मंजूरी ली थी। बैंक ने इन दस्तावेजों के आधार पर कई चरणों में कर्ज देने पर हामी भरी। सरकार पाइप लाइन शिफ्टिंग जैसे कामों का खर्च बचाने प्रोजेक्ट में बदलाव नहीं कर सकती। जानकारों का कहना है कि जिन रास्तों से मैट्रोलाइन बिछानी है उन रास्तों पहले कई प्रोजेक्ट के काम हुए है जिन्हे हटाने पड़ेगा।
कॉरपोरेशन ने बाजार से कर्ज लेने से पूर्व तैयार डिजाइन और ड्रॉइंग पर यूरोपियन इन्वेस्टमेंट की मंजूरी ली थी। बैंक ने इन दस्तावेजों के आधार पर कई चरणों में कर्ज देने पर हामी भरी। सरकार पाइप लाइन शिफ्टिंग जैसे कामों का खर्च बचाने प्रोजेक्ट में बदलाव नहीं कर सकती। जानकारों का कहना है कि जिन रास्तों से मैट्रोलाइन बिछानी है उन रास्तों पहले कई प्रोजेक्ट के काम हुए है जिन्हे हटाने पड़ेगा।
यहां से गुजरेंगे पहले चरण के दो रूट
रूट नंबर 2– करोंद से एम्स रूट पर 16 स्टेशन बनाए जाना हैं। रूट 14.99 किमी का है। करोंद चौराहा, कृषि मंडी, डीआइजी बंगला, सिंधी कॉलोनी, नादरा बस स्टैंड, भारत टॉकीज, पुल बोगदा, ऐशबाग, सुभाष नगर, मैदा मिल पर स्टेशन बनेंगे। एमपी नगर, सरगम टॉकीज, हबीबगंज, अलकापुरी और एम्स पर एलीवेटेड स्टेशन होंगे।
रूट नंबर 5- भदभदा से रत्नागिरी के लिए बनने वाले दूसरे रूट में 12.88 किमी का ट्रैक बनेगा। भदभदा चौराहा, डिपो चौराहा, जवाहर चौक, रंगमहल टॉकीज, रोशनपुरा चौक, मिंटो हॉल, लिली टॉकीज, जिंसी, बोगदा पुल, प्रभात चौराहा, गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया, इंद्रपुरी, पिपलानी और रत्नागिरी तिराहे पर स्टेशन बनेंगे।