गौरतलब है कि सुभाष ब्रिज के आगे आजाद नगर का स्लम बाधक बना हुआ है। हालाकि जिला प्रशासन के बीच बचाव के बाद यहां रास्ता मिला है। मेट्रो रेल की लाइन करोद तक बढ़ाई जाएगी। इसके लिए मेट्रो रेल कारपोरेशन ने सर्वे करवा लिया है। यहां अंडरग्राउंड लाइन भी निकलेगी।
राजधानी में मेट्रो परियोजना का काम सन 2018 में शुरू किया गया लेकिन अब तक इस प्रोजेक्ट का बहुत कम काम ही हो पाया है। विशेषज्ञों के अनुसार भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए आगामी दो महीने अहम होंगे। निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए अप्रैल माह में 2500 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए जा रहे हैं।
अभी भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट के पहले चरण के तहत एम्स से सुभाष नगर तक आठ किलोमीटर में पिलर व रेलवे लाइन डालने का काम किया जा रहा है। इसके बाद सुभाष नगर से करोंद चौराहा तक करीब सात किलोमीटर की अंडर ग्राउंड लाइन डाली जाएगी। दूसरे चरण में रत्नागिरी चौराहा से भदभदा तक करीब 12 किलोमीटर का रूट बनाने का काम होगा। प्रोजेक्ट के तहत दोनों रूटों पर सन 2024 में मेट्रो संचालन शुरू करने का लक्ष्य है। अधिकारियों का कहना है कि मेट्रो का संचालन तय समय पर शुरू कर दिया जाएगा।
एक नजर—
06 — नए पिलर खड़े किए गए
33 — केवी सब स्टेशन हटेगा
6.5— करोड़ रुपए खर्च होंगे