भोपाल एयरपोर्ट रोड पर द्रोणाचल टॉप से सटा हुआ शहर की भीड़भाड़ से दूर योद्धास्थल सुरम्य, अनोखा, प्राकृतिक दृश्यों से भरपूर एक दर्शनीय स्थान है। यहां पर सेना से सम्बन्धित अनेकों हथियार, इक्यूप्मैंट, सैन्य मॉडल के साथ वॉर ट्रॉफियां डिस्पले किये गये हैँ। योद्धास्थल के मध्य अब एक टू सीटर मिग 23 एयरक्राफ्ट भई सुसज्जित किया गया है। ये एयरक्राफ्ट वायुसेना में 28 साल तक अपनी सेवाएं देने के बाद रिटायर कर दिया गया है। योद्धास्थल में इस एयरक्राफ्ट को देखा जा सकता है।
आपको बता दें कि योद्धास्थल में आप एन्टी एअरक्राफ्ट गन, मिलिट्री टैंक और अन्य हथियार एवं उपकरणों को नजदीक से देखा जा सकता है। इसके साथ ही यहां पर आप सेना की मदद से रॉक क्लाइमबिंग जैसी एक्टिविटीस् में भी हिस्सा ले सकते हैं।
हाल ही में योद्धास्थल में चीता हेलीकॉप्टर, ब्रहमोस मिसाइल का मॉडल, आर्टिलरी गन्स, कारगिल टाइगर हिल विजय वॉल, मशीनगन बंकर, इंजीनियर इक्युप्मैंट और न्यूक्लियर बायोलॉजिकल और केमिकल वॉरफेयर और क्लोदिंग जैसी चीजों को भी सहेजा गया है। इस सब के अलावा यहां पर भारतीय सेना द्वारा लड़े गए युद्धों और ऑपरेशन्स के भी झलकियां देखने को मिल सकती हैं। इनमें इन सभी युद्धों और ऑपरेशन्स से जुड़ी कई जानकारियों को भी डिस्पले किया गया है।
इसके अलावा दो अन्य हॉल, आर्म्स और सर्विसेज तथा परमवीर चक्र हॉल भी बनाए गए हैं, जिनके माध्यम से सेना की सभी आर्म्स और सर्विसेज की विस्तृत जानकारी, आर्मी ज्वाइन करने का तरीका और हमारे देश के वीर योद्धाओं यानि परमवीर चक्र विजेताओं की वीरता और शौर्य गाथाओं की फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई है।
योद्धास्थल के बाहर स्थित प्रेरणास्तम्भ में मध्यप्रदेश राज्य के गैलेंट्री अवार्ड विजेताओँ की फोटो और मूर्तियां भी स्थापित की गई हैं। योद्धास्थल में दर्शकों की सहूलियत के लिए नया ऑडियो टूर गाइड सिस्टम भी लगाया गया है, जिसके द्वारा पर्यटकों को यहां पर मौजूद दर्शनीय चीजों की जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। योद्धास्थल सोमवार को छोड़कर सप्ताह के बाकी दिनों में खुला रहता है।