– आइएएस एसोसिएशन से बात करूंगा
आइएएस अधिकारी विवेक अग्रवाल के समर्थन में आइएएस एसोसिएशन के सवाल पर मंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि वे इस मामले में एसोसिएशन और डीजीपी से बात करेंगे, लेकिन वे इस मामले में ज्यादा बोलने से बचते नजर आए। मालूम हो केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर गए आइएएस अधिकारी विवेक अग्रवाल के खिलाफ ईओडब्ल्यू में शिकायत होने से आइएएस अधिकारी नाराज हैं। इस मामले में एसोसिएशन ने मुख्य सचिव को पत्र भी लिखा है। अभी ज्यादा जानकारी नहीं।
– यह है मामला
वन मंत्री उमंग सिंघार ने मंत्रालय स्तर पर अफसरों के बीच काम-काज का बंटवारा कर दिया है। इसमें विभाग के प्रशासनिक मुखिया और एसीएस एपी श्रीवास्तव के अधिकार उनके ही अधीनस्थ अफसरों को सौंप हैं। इससे नाखुश एसीएस लंबे अवकाश पर चले गए हैं। सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मंत्री को मंत्रालय में पदस्थ अफसरों के कार्य विभाजन करने के अधिकार ही नहीं है। यह अधिकार सिर्फ विभाग के मुखिया को है। ऐसे में मंत्री की नोटशीट का कोई औचित्य नहीं है। मंत्री सिंघार ने नोटशीट में दिए गए निर्देशों का तत्काल प्रभाव से पालन करने को कहा है। इसके तहत विभाग के प्रशासनिक मुखिया और एसीएस एपी श्रीवास्तव के जिम्मे रहे सभी कार्य उन्होंने वन विभाग के सचिव को सौंप दिए हैं। साथ ही पदेन सचिव से लेकर अतिरिक्त सचिव और उप सचिव तक के अफसरों की जिम्मेदारियां भी उन्होंने तय कर दी हैं। मंत्री ने निर्देश दिए हैं कि नियमों का भली भांति पालन किया जाए।
– नोटशीट में एसीएस का नाम आखिरी में
कार्य विभाजन संबंधी मंत्री की नोटशीट में पहले सचिव फिर पदेन सचिव और अन्य अफसरों के नाम लिखे हैं। एसीएस का नाम आखिरी में लिखे जाने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। हालांकि एसीएस ने नोटशीट मिलते ही तत्काल इसे अपने सचिव को भेज दिया और उन्होंने दो हफ्ते की छुट्टी ले ली।
– एसीएस सिर्फ मॉनिटरिंग करेंगे
मंत्री ने विभाग के एसीएस एपी श्रीवास्तव को सभी सचिवों पर प्रशासनिक नियंत्रण रखने की जिम्मेदारी सौंपी है। वे यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी काम-काज का निपटारा समय से हो। विभाग के सचिव को कैबिनेट से लेकर सीएम, सीएस तक काम दिए गए हैं। इनमें कैबिनेट प्रस्ताव तैयार करने, बजट, समन्वय, योजनाओं, विधानसभा और अदालत संबंधी तमाम मामले शामिल हैं।