गौरतलब है कि शनिवार को लक्ष्मण सिंह ने किसी का नाम लिए बिना ट्वीट कर प्रदेश नेतृत्व पर सवाल उठाया था। जिसके बाद से ही कयास लगाया जा रहा है कि उनके निशाने पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कमल नाथ ही हैं। लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट कर कहा थी कि अब सही आदमी के हाथ में नेतृत्व देने का वक्त आ गया है। लक्ष्मण सिंह चोचड़ा से कांग्रेस विधायक हैं और दिग्विजय सिंह के भाई हैं।
इससे पहले शनिवार को CWC की बैठक में
राहुल गांधी ने भी किसी के नाम लिये बिना कई कांग्रेस नेताओं पर हमला बोला था। राहुल गांधी ने यहां तक कह दिया था कि कुछ नेता पार्टी से अधिक परिवार और पुत्र को तरजीह दी। उन्होंने कहा कि बेटों को टिकट दिलाने के लिए केंद्रीय नेतृत्व पर दबाव भी डाला गया। राहुल गांधी के इस बयान के बाद कयास लगाया जा रहा है कि उनके निशाने पर मुख्यमंत्री कमलनाथ भी थे।
बता दें कि लक्ष्मण सिंह बगावती तेवर के लिए जाने जाते हैं। वो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। 2018 विधानसभा चुनाव में वो फिर से कांग्रेस में शामिल हुए और चोचड़ा से चुनाव लड़कर विधायक बनें। लक्ष्मण सिंह से पहले कांग्रेस नेता गोविंद सिंह भी प्रदेश नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। गोविंद सिंह दिग्विजय सिंह के करीबी बताए जाते हैं।