मध्य प्रदेश सरकार के सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने मीडिया से अनौपचारिक चर्चा में आरएसएस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में बचपन से षड्यंत्र करने की सीख दी जाती है। सिखाया जाता है कि झूठ बोलो और उसे फैलाओ। इसलिए आरएसएस का नाम राष्ट्रीय षड्यंत्रकारी संगठन होना चाहिए। ज्योतिरादित्य सिंधिया के पोस्टर भी षड्यंत्र का ही हिस्सा था। इसलिए ये षड्यंत्रारी संगठन है।
साथ ही उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि यह पार्टी देश के टुकड़े-टुकडे करना चाहती है। लेकिन वह अपने इस षणयंत्र में कामयाब नहीं होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा साम्प्रदायिक पार्टी है, इसलिए उसे हर काम में साम्प्रदायिकता दिखती है। भाजपा द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि कांग्रेस भोपाल के दो हिस्से करना चाहती है। यदि भोपाल में दो नगर निगम बन रहे हैं तो इसे साम्प्रदायिकता कहां है। लेकिन भाजपा को इसमें साम्प्रदायिकता नजर आती है।
यह है मामला – सिंधिया हाल ही में भिंड जिले के अटेर में बाढ़ पीडि़तों से मुलाकात करने पहुंचे थे। तो वहां बाढ़ पीडि़त क्षेत्र की स्थिति देखकर कहा कि मैं बाढ़ पीडि़तों के साथ खड़ा हूं, सरकार को भी उनके साथ खड़ा रहना होगा। यहां सरकार को नसीहत देने के साथ वे संगोष्ठी में पहुंचे तो वहां उन्होंने कहा कि किसानों के सिर्फ 50 हजार रुपए तक कर्ज माफ हुए हैं,
जबकि हमने दो लाख तक का कर्ज माफ करने की बात अपने वचन पत्र में कही थी। उन्होंने कहा कि किसानों का दो लाख रुपए तक कर्ज माफ होना चाहिए। सिंधिया ने कांग्रेस को आत्मअवलोकन करने की भी बात की थी। उनके बयान ने भाजपा को हमलावर होने का मौका दे दिया और भाजपा ने उनके स्वागत में पोस्टर लगा दिए।
सिंधिया के समर्थन में आए मंत्री प्रधुम्न और लाखन प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सिंधिया के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि जिन किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ है उनका कर्ज सरकार जल्द माफ करेगी। भिंड में अनुच्छेद 370 हटाए जाने को लेकर लगाए गए होर्डिंग्स पर उन्होंने कहा कि इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। उधर पशुपालन मंत्री लाखन सिंह ने सिंधिया के पोस्टर मोदी और शाह के साथ लगाए जाने के सवाल पर कहा कि भाजपा भ्रम फैला रही है। सिंधिया कभी भाजपा में नहीं जाएगे।
मंत्री सज्जन सिंह की नसीहत – प्रदेश सरकार के लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सिंधिया ने जो भी कहा वह सोच समझकर कहा होगा। साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि नेताओं को आत्म अवलोकन करना चाहिए, उन्होंने कांग्रेस के लिए क्या किया और हम कहां खड़े हैं। मालूम हो सिंधिया ने कहा था कि पार्टी को आत्म अवलोकन की जरूरत है।