टिकट कटने की डर से सक्रिय हुए मंत्री—विधायक
भोपालPublished: Sep 29, 2018 01:20:18 pm
दिल्ली से लेकर नागपुर तक लगा रहे दौड
भारतीय जनता पार्टी के सर्वे में मैदानी पफीडबैक में जिन मंत्रियों और विधायक का परपफारमेंस पुअर आया है उन्हें पार्टी ने संकेत दे दिए हैं कि इस बार उनका टिकट कट सकता है। इसकी जानकारी मिलने के बाद से ये सभी लोग सक्रिय हो गए हैं, कुछ लोग दिल्ली से लेकर नागपुर
तक दौड लगाकर टिकट पाने की जुगत लगा रहे हैं, हालांकि कोई भी इस बात की पुष्टी नहीं कर रहा है कि पार्टी ने उनका परपफारमेंस खराब बताया है।
विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के सर्वे में 80 से ज्यादा मंत्री—विधायक ऐसे हैं, जिनके प्रति भाजपा कार्यकर्ताओं से लेकर क्षेत्र की जनता में एंटीइकंबेंसी बनी हुई है। हालांकि दो माह पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिहं चौहान ने विधायकों से चर्चा के दौरान संकेतों में कहा था कि आप अपने क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मिलकर उनके काम करें, साथ में क्षेत्र में अपनी सक्रियता भी बढाएं, लेकिन मुख्यमंत्री की सलाह पर कई विधायकों ने अमल ही नहीं किया। अब जब पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों से उनके टिकट कटने के संकेत मिले तब जाकर ये लोग सक्रिय हुए हैं। टिकट कटने के डर से खराब परफार्मेंस वाले विधायकों ने अपने नेताओं को साधना शुरू कर दिया है। हाल ही में हुए भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ में विधायक अपने क्षेत्र से ज्यादा से ज्यादा भीड़ लेकर भोपाल पहुंचे। खास बात यह है कि विधायकों ने अपने साथ लाई गई भीड़ की बाकायदा सूची प्रदेश नेतृत्व को सौंपी थी। ऐसे विधायकों के इस कदम से नाराज होकर प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को यहां तक कहना पड़ा कि भीड़ टिकट चयन का कोई आधार नहीं है। अध्यक्ष के इस कदम से खराब परफार्मेंस वाले विधायकों को झटका लगा है। प्रदेश भाजपा कार्यालय में ही विधायक काफी संख्या में दिखाई देने लगे हैं। विधायकों की बढ़ती चहलकदमी को टिकट की दावेदारी से जोड़कर देखा जा रहा है।