96 फीसदी गेहूं गोदामों तक पहुंचा
मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया है कि सरकार ने इस साल किसानों से करीब 1 करोड़ मीट्रिक टन गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा है..खरीदे गए गेहूं का 96 फीसदी गेहूं गोदामों तक भी पहुंच चुका है..जो चार फीसदी गेहूं खरीदी केन्द्रों पर बचा था उसमें से ही कुछ गेहूं बारिश में भीगा है।
मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया है कि सरकार ने इस साल किसानों से करीब 1 करोड़ मीट्रिक टन गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा है..खरीदे गए गेहूं का 96 फीसदी गेहूं गोदामों तक भी पहुंच चुका है..जो चार फीसदी गेहूं खरीदी केन्द्रों पर बचा था उसमें से ही कुछ गेहूं बारिश में भीगा है।
बारिश में भीगा गेहूं भी उसी दाम पर खरीदेगी सरकार- नरोत्तम मिश्रा
मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ये भी जानकारी दी है कि अगर किसी किसान का गेहूं बारिश में भीग गया है तो उसे चिंता करने की जरुरत नहीं है..सरकार किसान का भीगा हुआ गेहूं भी खरीदेगी और उसके दाम भी कम नहीं किए जाएंगे..इसके साथ ही नरोत्तम मिश्रा ने आगे कहा कि निर्सग के कारण प्रदेश में हुई बारिश प्राकृतिक आपदा है और सरकार इसके लिए उचित व्यवस्था करेगी।
मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ये भी जानकारी दी है कि अगर किसी किसान का गेहूं बारिश में भीग गया है तो उसे चिंता करने की जरुरत नहीं है..सरकार किसान का भीगा हुआ गेहूं भी खरीदेगी और उसके दाम भी कम नहीं किए जाएंगे..इसके साथ ही नरोत्तम मिश्रा ने आगे कहा कि निर्सग के कारण प्रदेश में हुई बारिश प्राकृतिक आपदा है और सरकार इसके लिए उचित व्यवस्था करेगी।
कई खरीदों केन्द्रों पर भीगा हजारों क्विंटल गेहूं
निसर्ग तूफान के चलते मध्यप्रदेश में जारी बारिश से प्रदेश के कई जिलों में खरीदी केन्द्रों में रखा गेहूं भीग गया है..बारिश में गेहूं के भीगने से प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल भी खुली है..खरीदी केन्द्रों पर भंडारण और ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था न होने के कारण खुले आसमान के नीचे किसानों से खरीदा गया करोड़ों रुपए का गेहूं खुला पड़ा हुआ था..जो इस बारिश में भीग गया है और अब उसके खराब होने की आशंका है..वहीं दूसरी तरफ विपक्ष भी लगातार इसे लेकर सरकार पर निशाना साध रहा है।
निसर्ग तूफान के चलते मध्यप्रदेश में जारी बारिश से प्रदेश के कई जिलों में खरीदी केन्द्रों में रखा गेहूं भीग गया है..बारिश में गेहूं के भीगने से प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल भी खुली है..खरीदी केन्द्रों पर भंडारण और ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था न होने के कारण खुले आसमान के नीचे किसानों से खरीदा गया करोड़ों रुपए का गेहूं खुला पड़ा हुआ था..जो इस बारिश में भीग गया है और अब उसके खराब होने की आशंका है..वहीं दूसरी तरफ विपक्ष भी लगातार इसे लेकर सरकार पर निशाना साध रहा है।