वैसे तो आपने कई बार सूना होगा कि विभिन्न देवों की मूर्तियां अचानक किसी दिन दूध पीने लगती हैं। लेकिन इस बार मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक अजब बात सामने आई, जिसके चलते शहर के एक क्षेत्र में लोगों की खास भीड़ जमा हो गई।
दरअसल जानकारी के अनुसार भोपाल के पीपल चौक स्थित भोपाल के राजा की झांकी में बुधवार को हवन के दौरान कुंड में अग्नि के रूप में भगवान गणेश का स्वरूप देखने को मिला। जिसके बाद यहां भक्तों की भीड़ का तांता शुरू हो गया।
डोल ग्यारस पर्व पर गुरुवार को भगवान गणेश की विदाई का सिलसिला शुरू हुआ। इस दौरान नए और पुराने शहर से चल समारोह निकलें, जिसमें बड़ी संख्या में गणेश प्रतिमाएं और डोल शामिल हुए। चल समारोह में ढोल ढमाकों और भक्तिमय नृत्य के साथ श्रद्धालुओं ने बप्पा को विदाई दी।
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डोल ग्यारस का मुख्य चल समारोह डोल ग्यारस उत्सव समिति की ओर से सावरकर चौक से निकाला गया। भोपाल के राजा की पूजा अर्चना के साथ दोपहर 12 बजे इस चल समारोह का शुभारंभ हुआ। चल समारोह में भोपाल के राजा सहित 150 से अधिक प्रतिमाएं और 70 से अधिक डोल शामिल रहे।
डोल ग्यारस का मुख्य चल समारोह डोल ग्यारस उत्सव समिति की ओर से सावरकर चौक से निकाला गया। भोपाल के राजा की पूजा अर्चना के साथ दोपहर 12 बजे इस चल समारोह का शुभारंभ हुआ। चल समारोह में भोपाल के राजा सहित 150 से अधिक प्रतिमाएं और 70 से अधिक डोल शामिल रहे।
भोपाल के राजा को 3 क्विंटल लड्डुओं का भोग…
इससे पूर्व दशमी पर बुधवार को पीपल चौक में विराजमान भोपाल के राजा झांकी स्थल पर लड्डू उत्सव मनाया गया। इस मौके पर भगवान गणेश को तीन क्विंटल लड्डुओं का भोग लगाया गया। लड्ड़ओं को छोटे-छोटे मटकों में सजाकर झांकी स्थल पर जगह-जगह लटकाया गया था, साथ ही फूलों और लाइटिंग से आकर्षक साज सज्जा की गई। रात्रि में यहां वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना हुई और महाआरती हुई।
इससे पूर्व दशमी पर बुधवार को पीपल चौक में विराजमान भोपाल के राजा झांकी स्थल पर लड्डू उत्सव मनाया गया। इस मौके पर भगवान गणेश को तीन क्विंटल लड्डुओं का भोग लगाया गया। लड्ड़ओं को छोटे-छोटे मटकों में सजाकर झांकी स्थल पर जगह-जगह लटकाया गया था, साथ ही फूलों और लाइटिंग से आकर्षक साज सज्जा की गई। रात्रि में यहां वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना हुई और महाआरती हुई।
यहां से निकाला चल समारोह
यह चल समारोह पीपल चौक, लखेरापुरा, भवानी चौक सोमवारा, जवाहर चौक जुमेराती, लोहा बाजार, इब्राहिमपुरा, सुल्तानिया रोड, चारबत्ती चौराहा, काली मंदिर, जहांगीराबाद होते हुए खटलापुरा पहुंचा। यहां प्रतिमाओं और डोल का विसर्जन किया गया।
यह चल समारोह पीपल चौक, लखेरापुरा, भवानी चौक सोमवारा, जवाहर चौक जुमेराती, लोहा बाजार, इब्राहिमपुरा, सुल्तानिया रोड, चारबत्ती चौराहा, काली मंदिर, जहांगीराबाद होते हुए खटलापुरा पहुंचा। यहां प्रतिमाओं और डोल का विसर्जन किया गया।
शिवाजी नगर से शुरू हुआ चल समारोह…
नए शहर में शिवाजी नगर स्थित चार भुजाजी मंदिर से चल समारोह निकाला जाएगा। चार भुजाजी मेवाड़ मंडल की ओर से यह चल समारोह निकाला जाएगा। इसमें 40 से अधिक प्रतिमाएं और 6 से अधिक डोल शामिल होंगे। चल समारोह जेपी अस्पताल, नूतन मार्केट, तुलसी नगर, अंबेडकर जयंती मैदान, जैन मंदिर, माता मंदिर, रोशनपुरा चौराहा होते हुए खटलापुरा मंदिर पहुंचा।
नए शहर में शिवाजी नगर स्थित चार भुजाजी मंदिर से चल समारोह निकाला जाएगा। चार भुजाजी मेवाड़ मंडल की ओर से यह चल समारोह निकाला जाएगा। इसमें 40 से अधिक प्रतिमाएं और 6 से अधिक डोल शामिल होंगे। चल समारोह जेपी अस्पताल, नूतन मार्केट, तुलसी नगर, अंबेडकर जयंती मैदान, जैन मंदिर, माता मंदिर, रोशनपुरा चौराहा होते हुए खटलापुरा मंदिर पहुंचा।
बदला रहा ट्रैफिक
जुलूस मार्ग पर अनुमति प्राप्त वाले भारी वाहन सुबह 11:00 बजे से रात 11 बजे तक प्रतिबंधित रहें। वहीं जुलूस मार्ग पर अन्य लोक परिवहन सिटी बसें प्रतिबंधित रहे।
मार्ग का कराया पैचवर्क
चल समारोह से पहले बुधवार को निगम नगर ने पुराने शहर की सड़कों का पैचवर्क कराया। चल समारोह मार्ग की खस्ताहाल हालत को लेकर पत्रिका ने प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था।
जुलूस मार्ग पर अनुमति प्राप्त वाले भारी वाहन सुबह 11:00 बजे से रात 11 बजे तक प्रतिबंधित रहें। वहीं जुलूस मार्ग पर अन्य लोक परिवहन सिटी बसें प्रतिबंधित रहे।
मार्ग का कराया पैचवर्क
चल समारोह से पहले बुधवार को निगम नगर ने पुराने शहर की सड़कों का पैचवर्क कराया। चल समारोह मार्ग की खस्ताहाल हालत को लेकर पत्रिका ने प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था।