केस-एक
क्रेशर बस्ती में बीडीए के माध्यम से आंगनबाड़ी भवन बनाने की योजना तैयार की गई थी। स्थल तय करने के साथ ही भूमिपूजन भी कर दिया गया, लेकिन यहां भवन आकार नहीं ले सका है। यहां बच्चों को पेड़ के नीचे बैठाकर प्राथमिक शिक्षा दी जाती है।
केस-दो
ग्राम भैंसाखेड़ी में आंगनबाड़ी भवन अधूरा है। यहां कॉलम तो खड़े कर दिए गए हैं, पर छत नहीं बनाई गई है। नतीजतन बच्चे किराए के कमरों में संचालित हो रही आंगनबाड़ी में प्राथमिक शिक्षा ले रहे हैं। इस केंद्र में तकरीबन 80 बच्चे दर्ज हैं।
केस-तीन
वार्ड तीन में ही बैरागढ़ कला स्थित आंगनबाड़ी केंद्र शासकीय स्कूल के पास है। देखरेख के अभाव में आंगनबाड़ी भवन जर्जर हो चुका है। यहां हमेशा हादसे का भय बना रहता था, लिहाजा आंगनबाड़ी केंद्र को किराए के कमरों में संचालित किया जा रहा है।
क्रेशर बस्ती की आंगनबाड़ी की दुर्दशा के संबंध में महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस को पत्र लिखा था। इसके अलावा वार्ड में आंगनबाड़ी केंद्रों की दशा सुधारने के लिए विभाग के कमिश्नर समेत आला अधिकारियों को आवेदन दिए गए हैं। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
अशोक मारण, पार्षद, वार्ड 03