भाजपा की दिग्गज नेता से जीता था मैदान
आपको बता दें कि, कांग्रेस ने टिकट ना मिलने से नाराज़ होकर बुरहानपुर सीट से निर्दलीय खड़े हुए ठाकुर सुरेंद्र सिंह, ‘शेरा भैया’ ने बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस को हराकर इस सीट पर कब्जा़ जमाया था। इस सीट पर उनके खड़े होने से कांग्रेस को भारी नुकसान हुआ। शेरा ने चिटनीस को 5,120 वोट से हराया था। हालांकि, निर्दलीय जीतने के बाद उन्होंने कांग्रेस को ही समर्थन दे दिया था। शेरा सिंधिया खेमे के नेता माने जाते हैं। सूत्रों की माने तो टिकट वितरण के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया से अदावत के चलते उन्हें टिकट नहीं मिल पाया था, जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय खड़े होकर भाजपा की दिग्गज नेता को चुनाव हराया था।
मंत्री पद का मिला आश्वासन
विधायक शेरा ने बताया कि, सत्ता में आने के बाद कांग्रेस को उन्होंने समर्थन देने का ऐलान किया था। पार्टी ने भी उनका स्वागत किया। जब कांग्रेस को बहुमत से दो सीट दूर रहना पड़ा तो सपा और बसपा समेत निर्दलीयों पर कांग्रेस ने अपनी टिकटिकी लगाई। विधायक शेरा ने तो इस बात का भी दावा किया कि, समर्थन देने के दौरान उन्हें आश्वासन दिया गया था कि, उन्हें मंत्री पद दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि, अगर ऐसा नहीं होता तो वो एक बार फिर अपने निर्णय पर विचार कर सकते हैं।