इस विधेयक को लेकर मध्यप्रदेश में सियासत भी शुरू हो गई है। कमल नाथ सरकार के इस विधेयक पर भाजपा ने आपत्ति जताई है। भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल और विधायक रामेश्वर शर्मा ने इसे तुष्टीकरण की सियासत बताया है।
हुजूर विधानसभा सीट से विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा- कांग्रेस को गौ हत्या करने वालो के खिलाफ सख्ती की जरूरत है। गौ माता को बचाने वालों पर सिकंजा कसना कांग्रेस की हिन्दू विरोधी मानसिकता को स्पष्ट करता है। गौ हत्या रोकने वालों के विरुद्ध कड़े कानून बनाकर कांग्रेस गौ हत्या को बढ़ाना चाहती है। गौ हत्या रोकने के लिए अगर कोई कानून अपने हाथ में लेता है तो उसके विरुद्ध कार्यवाही के लिए संविधान में पहले से ही अनेक कानून विद्यमान हैं।
गोहत्या को संरक्षण देने वाला कानून
भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा- कांग्रेस सरकार गौरक्षकों पर मॉब लिंचिंग ( Mob lynching ) का कानून तुष्टिकरण की सोच के कारण लाई है न कि समग्र विचार कर? एक ऐसा कानून बने जिससे 1984 के सिख नरसंहार जैसी घटनाएं भी संभव ना हों और दोषियों को सजा सुनिश्चित हो। गौ हत्या को सरंक्षण देने वाला कानून है ये। इस देश में मॉब लिंचिंग के कई प्रकार के उदाहरण आए हैं लेकिन मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस केवल यह कानून गौ रक्षकों पर लागू करके बदले की राजनीति के तहत झूठे प्रकरण दर्ज कराने का षड्यंत्र कर रही है।
भीड़ की कोई जाति नहीं
राजनीश अग्रवाल ने कहा- भीड़ की कोई जाति और समाज नहीं होता है। कानून ऐसा होना चाहिए कि गौ हत्या ना हो। कांग्रेस सरकार के इस बिल से गौहत्या की घटनाएं बढ़ेगीं।