मोदी-शाह लगभग साढ़े १२ बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे, लेकिन मंच से भाषणों का सिललिसा मोदी-शाह के आने के पहले साढ़े १० बजे से ही शुरू हो जाएंगा। शाह मोदी के आने के पहले ही केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों के भाषण खत्म हो जाएंगे। मुख्यकार्यक्रम में सिर्फ पांच नेता भाषण देंगे, इसमें प्रदेश अध्यक्ष राकेश ङ्क्षसह, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल है।
मोदी से ४५ मिनट पहले आएंगे शाह-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अलग-अलग विशेष विमान से भोपाल पहुंचेंगे। शाह, प्रधानमंत्री से ४५ मिनट पहले ११.१५ बजे स्टेट हेंगर पर लैंड करेंगे। वे स्टेट हैंगर पर ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल, प्रदेश अध्यक्ष राकेश ङ्क्षसह, चुनाव अभियान समिति के संयोजक नेंरेंद्र सिंह तोमर और संगठन महामंत्री सुहास भगत के साथ चुनाव और टिकट वितरण को लेकर मंथन करेंगे। लगभग १२ बजे नरेंद्र मोदी आएंगे। उनके सभी सभी ने साढ़े १२ बजे तक जंबूरी मैदान पहुंचेंगे। साढ़े ३ बजे मोदी और शाह एक साथ दिल्ली रवाना होंगे।
दिन भर ऑडियो कांफ्रेंस करते रहे नेता- कार्यकर्ता महाकुंभ में ज्यादा से ज्यादा भीड़ आए, इसे लेकर आखिरी वक्त तक पार्टी के बड़े नेता कवायद में जुटे रहे। सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने सभी विधायको, महापौरों, जिला अध्यक्षों से ऑडियो कांफ्रेंस की। उधर सुहास भगत ने सभी जिला और मंडल अध्यक्षों के साथ ऑडियो कांफ्रेंस कर तय किया कि कहां से कितने कार्यकर्ता भोपाल पहुंच रहे हैं। रामलाल ने भी चुनाव को लेकर आईटी सेल, सोशल मीडिया प्रदेश कार्यकारिणी, जिला-मंडल संयोजकों के साथ ऑडियो ब्रिज पर संवाद किया।
कटआउट से उमा गायब, आडवाणी एक जगह- कार्यकर्ता महाकुंभ में लगाए गए बैनर, होर्डिंग्स और कटआउट से ही पार्टी की अंदरूनी सियासत बहुत आसानी से समझी जा सकती है। आयोजन स्थल से लेकर शहर भर में लगाए गए कटआउट में पूर्वमुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री उमा भारती के कटआउट पूरी तरह से गायब है। उधर भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी के सिर्फ दो रूफ हेंङ्क्षगग पोस्टर सभा स्थल पर लगाए गए हैं।
मोदी, शाह, शिवराज और राकेश सिंह के बाद सबसे ज्यादा कटआउट राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा के हैं। नरेंद्र सिंह तोमर और कैलाश विजयवर्गीय, झा से पीछे हैं। उधर मुख्य मार्गों से लेकर आयोजन स्थल तक कहीं भी भाजपा नेता प्रहलाद पटेल का एक भी कटआउट नहीं लगाया गया तो सोमवार शाम उन्होंने खुद अलग से स्वागत करते हुए अपने कटआउट रास्ते में लगा दिए।
श्राद्धपक्ष से बचने दो दिन पहले प्रदर्शनी का शुभारंभ-
भाजपा कार्यकर्ता महाकुंभ पर श्राद्धपक्ष (कड़वे दिन ) में आयोजत हो रहा है। भाजपा ने इसी से बचने के लिए पूजा और औपचारिक शुभारंभ के लिए दो दिन पहले रविवार को ही प्रदर्शनी का उद्घाटन करवा दिया गया। पार्टी पिछले दो चुनावों से २५ सितंबर को दीनदयाल जयतंी पर कार्यकर्ता महाकुंभ का आयोजन करती आई है। इस बार दीनदयाल जयंती श्राद्धपक्ष में आई है। मुहुर्त और गृह-नक्षत्रों को मानने वाली भाजपा के सामने धर्मसंकट यह था कि वो श्राद्धपक्ष में चुनाव अभियान की शुरूआत कैसे करे।